गुवा । गुवा,किरीबुरू एवं आसपास के क्षेत्रों में निरंतर हो रही वर्षा, घने कोहरे, तापमान में निरंतर उतार-चढ़ाव एवं मच्छरों के निरंतर बढ़ते प्रकोप की वजह से मौसमी बीमारी व मलेरिया का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है। सारंडा के शहरी व ग्रामीण क्षेत्र के लोग सर्दी, खांसी, बुखार, मलेरिया से ग्रसित हो रहे है। दूसरी तरफ गुवा,किरीबुरू एवं मेघाहातुबुरु जैसे शहर जो कुछ माह पूर्व तक मच्छर रहित था, लेकिन इस शहर में भी भारी पैमाने पर मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है।
दिन के समय भी मच्छर कहीं भी ठीक से बैठने नहीं दे रहे हैं। ऐसी स्थिति पिछले डेढ़ दशक के दौरान पहली बार देखने को मिल रहा है। मच्छरों के प्रकोप से गुवा,किरीबुरू एवं मेघाहातुबुरु के सीजीएम से लेकर आम नागरिक तक परेशान है। लेकिन सेल का स्वास्थ्य व स्वच्छता विभाग इस समस्या का समाधान नहीं कर पा रहा है।
सूत्रों के अनुसार इस समस्या के लिये सेल व उसका अस्पताल प्रबंधन मुख्य रूप से जिम्मेदार है। अस्पताल प्रबंधन मच्छरों को नियंत्रित करने के लिए जरूरी रसायन का छिड़काव व फौगिंग नियमित करवाता था। लेकिन इस कार्य में लगे कर्मियों को लंबे समय से रसायन उपलब्ध नहीं करा रहा है। ऐसा कहा जा रहा है कि सेलकर्मियों व नागरिकों के बढ़ते दबाव के बाद व रसायन मंगाने का आर्डर एक ठेका कंपनी को दिया गया है। इसे आने में दो-तीन दिन का समय लग सकता है। इसके लिये सारे मशीनों को रेडी कर रखने का निर्देश दिया गया है।
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