ईचागढ़। सरायकेला-खरसावां जिला के ईचागढ़ प्रखंड क्षेत्र के डुमरा गांव के हरिजन बस्ती में डायरिया का चपेट में आने से एक दो वर्षीय बच्ची की मौत हो गई। 2 वर्षीय दुर्गा मनी मछुआ उल्टी दस्त से पीड़ित थी, जहां स्थानीय चिकित्सक से चिकित्सा के बाद आखिर में मंगलवार को मौत हो गई। मिली जानकारी के अनुसार हरिजन बस्ती में करीब एक दर्जन ग्रामीण डायरिया से पीड़ित हैं।
डायरिया से अधिकांश बच्चे पीड़ित हैं। डायरिया पीड़ितों में 12 वर्षीय अर्जुन मछुआ, 6 वर्षीय रोशनी कुमारी, 4 वर्षीय सपना कुमारी, 32 वर्षीय रिता मछुआ, 20 वर्षीय बृन्दे देवी, 25 वर्षीय किरण मछुआ,13 वर्षीय कल्पना, 2 वर्षीय मनसा मछुआ आदि सामिल है। डायरिया का कारण कुंआ का गंदा पानी पीने से फैलने का बात बताई जा रही है। हरिजन बस्ती में सौ परिवारों में एक मात्र चापाकल है और उसी चापाकल पर सोलर चालित जल मिनार लगाया गया है, जो 6-7 महीने से खराब है। बस्ती में एकलौता कुंआ है, जहां हरिजन बस्ती के लोग पानी पी रहे हैं।
गांव में डायरिया का प्रकोप से एक बच्ची की मौत होने से गांव में दहशत का माहौल है। ग्रामीणों ने इसकी सूचना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को दिया है। प्रखंड विकास पदाधिकारी किकू महतो ने डायरिया की सुचना मिलते ही प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को तत्काल प्रभावित गांव में शिविर लगाकर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने को कहा है। वहीं ग्रामीण जीतवन मछुआ ने बताया कि डायरिया से एक बच्ची की मौत हो गई एवं एक दर्जन लोग डायरिया से पीड़ित हैं।
उन्होंने कहा कि अपने स्तर से स्थानीय चिकित्सक से उपचार कराया जा रहा है। अभी तक कोई सरकारी चिकित्सक नहीं पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि एक सोलर चालित जल मिनार है वो भी 6 महिने से खराब है, जिससे बस्ती बासियों को कुएं का गंदा पानी पीना पड़ रहा है। उन्होंने चिकित्सकों का टीम द्वारा कैम्प कर चिकित्सा करने का मांग किया है।
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