जमशेदपुर। भारत में तीन सेमीकंडक्टर चिप निर्माण सुविधाओं का शिलान्यास समारोह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया गया था। ये तीन सेमीकंडक्टर सुविधाएं गुजरात के धोलेरा और साणंद तथा असम के मोरीगांव में हैं। इस कार्यक्रम के अनुरूप एनआईटी जमशेदपुर ने "भारत की तकनीक- विकासशील भारत के लिए चिप्स@२०४७" विषय पर एक सेमिनार का आयोजन किया।
संस्थान के गणमान्य व्यक्तियों ने इस कार्यक्रम को संबोधित किया। जिसके बाद प्रधान मंत्री के संबोधन की लाइव स्ट्रीमिंग की गई। निदेशक प्रो. गौतम सूत्रधर इस आयोजन से ऑनलाइन जुड़े। उपनिदेशक राम विनय शर्मा ने भारत में चिप्स निर्माण के महत्व पर प्रकाश डाला। रजिस्ट्रार कर्नल डॉ. निशीथ कुमार राय ने शिक्षा जगत में चिप शिक्षा के महत्व पर चर्चा की।
ई.सी.ई के विभागाध्यक्ष प्रो. दिलीप कुमार ने विभाग में उपलब्ध वीएलएसआई प्रयोगशाला सुविधाओं और इस क्षेत्र में रोजगार प्राप्त करने के लिए इसके महत्व के बारे में संबोधित किया। डॉ. चंद्रदीप सिंह, फैकल्टी ईसीई विभाग ने आईसी डिजाइन में बहुराष्ट्रीय कंपनियों के साथ संस्थान की अनुसंधान एवं विकास प्रयोगशालाओं के सहयोग पर जोर दिया। उन्होंने चिप टू स्टार्टअप प्रोग्राम के तहत ईडीए टूल्स पर यूजी, पीजी और पीएचडी छात्रों को कौशल बढ़ाने की जरूरतों के बारे में भी चर्चा की।
इस आयोजन के नोडल अधिकारी डॉ. कुनाल सिंह ने निकट भविष्य में भारत को वैश्विक चिप विनिर्माण केंद्र के रूप में स्थापित करने के लिए भारत सरकार द्वारा की गई हालिया पहल के बारे में चर्चा की। उन्होंने भारतीय सेमीकंडक्टर मिशन के राष्ट्रीय दृष्टिकोण के अनुरूप विभाग में हाल ही में हुए पाठ्यक्रम परिवर्तनों के बारे में भी जानकारी दी। इस कार्यक्रम में संस्थान के यू.जी और पी.जी पाठ्यक्रमों के 600 से अधिक छात्रों और रिसर्च स्कॉलरों ने भाग लिया। यह कार्यक्रम का समापन डॉ. कुणाल सिंह के धन्यवाद ज्ञापन और राष्ट्रगान के साथ समाप्त हुआ।
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