गुवा। बाल श्रम मुक्त हमारा देश कैसे हो, हमारे झारखंड राज्य कैसे हो इसका कानून 1986 में बन गया। लेकिन अभी तक पूरा देश अभी तक बाल श्रम मुक्त नहीं हो पाया है। अभी भी बाल श्रम देखने को मिल रहा है। यह सब कहीं ना कहीं जानकारी के अभाव में माता-पिता समझ नहीं पा रहे हैं। इसलिए बाल श्रम की समस्या हम लोगों के बीच बनी हुई है। यह बातें पश्चिमी सिंहभूम के सांसद गीता कोड़ा ने नोवामुंड़ी पचायसाई मैदान में टाटा स्टील फाउडेशन के तत्वाधान में आयोजित बाल श्रम मुक्त घोषणा कार्यक्रम बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे।
श्रीमति कोड़ा ने आगे कहा कि इस बाल श्रम का सबसे बड़ा कुप्रभाव उसके माता-पिता, उसके परिवार तथा उसके गांव पर पड़ता है। जब बच्चे स्कूल जाने की स्थिति में है और वह काम पर जाएगा तों हम उसे शिक्षा से वंचित कर रहे हैं। ऐसे में बच्चे शिक्षित ही नहीं होंगे। इस पर हम सभी को मिलकर काम करने की जरूरत है। तभी हम इस बाल श्रम को पूरी तरह से मुक्त कर पाएंगे। और यह मिसाल आज नोवामुंड़ी प्रखंड में देखने को मिल रहा है। यहां की एस्पायर टीम ने अपनी कड़ी मेहनत से पूरे नोवामुंडी प्रखंड में शत् प्रतिशत बाल श्रम मुक्त बना दिया है।
इसी तरह अब जगन्नाथपुर प्रखंड को भी बाल श्रम मुक्त बनाने का हम सभी संकल्प लेते हैं। कार्यक्रम का शुभारंभ सांसद गीता कोड़ा ने दीप प्रज्वलन कर किया। उसके बाद स्कूली बच्चों ने स्वागत गीत गाकर अतिथियों का स्वागत किया। साथ ही कार्यक्रम के माध्यम से बच्चों ने नुक्कड़ नाटक के माध्यम से बच्चों को शिक्षित करने का अलख जगाया।
इस कार्यक्रम में बाल अधिकार सुरक्षा समिति अध्यक्ष सुरेंद्र चातोम्बा, सचिव पदमा केशरी, मुखिया गुवा चांदमनी लागुरी,उप मुखिया दुधबिला बुधराम चाम्पिया,नोवामुंड़ी प्रमुख पुनम गिलुवा, एस्पायर डिस्ट्रिक्ट कोऑर्डिनेटर जी नरेश, शंकर चातोम्बा,डीसीपीओ पुनिता तिवारी,एससीपीसीआर विकास दोदाराजका,एडीसी एस्पायर से आरभी रमना,बीसी राजेश लागुरी, निसार अहमद,जेएसएलपीएस जेंडर सीआरपी गीता देवी, असदुद्दीन खान सहित अन्य मौजूद थे।
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