चांडिल। बुधवार रात श्री श्री 108 खेलाई चंडी रामनवमी अखाड़ा चांडिल कॉलेज मोड़ का महाआरती में महिला श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी। इस पावन अवसर पर सभी महिलाओं ने भगवान गणेश, माता दुर्गा, श्रीराम, बजरंगबली आदि देवी देवताओं का श्रद्धापूर्वक आरती किया गया। अखाड़ा के संचालक मनोज सिंह ने कहा कि 23 अप्रैल मंगलवार को पूर्वान्ह 11 बजे से, सम्मान समारोह दोपहर दो बजे से एवं तीन बजे से मनमोहक झांकियों के साथ विशाल झंडा जुलूस निकाला जायेगा। जुलूस कॉलेज मोड़ से शुरू होते हुए पूरे चांडिल बाजार का भ्रमण करते हुए वापस कॉलेज मोड़ पर आकर समापन होगा।
मनोज सिंह ने कहा कि शास्त्र के अनुसार हनुमान जी या बजरंगबली को बल, बुद्धि, विद्या, शौर्य और निर्भयता का प्रतीक माना जाता है। संकटकाल में हनुमानजी का ही स्मरण किया जाता है। वह संकटमोचन कहलाते हैं। हनुमान को शिवावतार अथवा रुद्रावतार भी माना जाता है। रुद्र आँधी-तूफान के अधिष्ठाता देवता भी हैं और देवराज इंद्र के साथी भी। विष्णु पुराण के अनुसार रुद्रों का उद्भव ब्रह्माजी की भृकुटी से हुआ था। हनुमानजी वायुदेव अथवा मारुति नामक रुद्र के पुत्र है। हनुमानजी को संकटमोचक है। इसलिए सच्चे मन से आराधना करने से मनुष्य का सब संकट दूर होता है।
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