चाईबासा। भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी सह सांसद गीता कोड़ा का रविवार को सरायकेला जिला के गम्हरिया प्रखंड के मोहनपुर गांव में ग्रामीणों ने जमकर विरोध किया। विरोध इतना जोरदार था कि कई घंटे तक गीता कोड़ा को इसका सामना करना पड़ा। ग्रामीणों ने मोहनपुर गांव में प्रवेश करने तक नहीं दिया। ग्रामीणों का कहना था कि सिर्फ मतदान के दौरान ही गीता कोड़ा गांव पहुंचती है। जीत होने के बाद एक बार भी गांव नहीं पहुंचे, ना ही गांव का विकास किया है। ना ही यहां के लोगों के लिए किसी तरह का जनहित में निर्णय लिया है।
ग्रामीणों ने जमकर नारेबाजी करते हुए उनका विरोध किया। मालूम हो कि पूर्व में गीता कोड़ा के पक्ष में सरायकेला जिला में अधिक मतदान मिला था, लेकिन इस बार इनका विरोध होना शुरू हो गया। इधर, गीता कोड़ा ने कहा कि सुबह से उनका विरोध किया जा रहा था। मोहनपुर में विरोध करने वालों में ग्रामीण नहीं थे, बल्कि बाहरी लोग थे। उनलोगों ने भाजपा कार्यकर्ताओं पर हमला किया।
इसमें कई कार्यकर्ता घायल हो गए हैं। महिला कार्यकर्ताओं के साथ अभद्र व्यवहार किया गया है। प्रशासन को इसकी सूचना दी गई, लेकिन गम्हरिया थाना की पुलिस और प्रशासन डेढ़ घंटे बाद घटनास्थल पर पहुंचा। इसके बाद उन्हें मोहनपुर से निकाला गया। बता दें कि 13 मई को सिंहभूम सीट पर लोकसभा चुनाव होना है।
No comments:
Post a Comment