चक्रधरपुर। चक्रधरपुर प्रखंड के इटिहासा गांव के मंदिर प्रांगण में दो दिवसीय छऊ नृत्य कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें बतौर अतिथि समाजसेवी डॉ विजय सिंह गागराई उपस्थित थे। छऊ नृत्य कार्यक्रम में जहां कलाकारों ने पौराणिक कथाओं पर आधारित एक से बढ़कर एक छऊ नृत्य पेश किये।
इस अवसर पर छऊ कलाकारों ने गणेश बंदना, शिव पुराण,मां दुर्गा, बाली सुग्रीव की कथा, झांसी की रानी की कथा को छऊ नृत्य के माध्यम से पेश कर उपस्थित लोगों का दिल जीत लिया। छऊ नृत्य देखने के लिए बड़ी संख्या में ग्रामीण इक्ट्ठा हुये थे।
मौके पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुये डॉ विजय सिंह गागराई ने कहा कि छऊ नृत्य व अपनी संस्कृति को बचाये रखने में हम सभी की भागीदारी की जरूरत है। उन्होंने कहा यहां छऊ नृत्य का अपना एक अलग ही अंदाज है। यहां के छऊ नृत्य इतना अच्छा है कि यहां के छऊ नृत्य को विदेशों में भी पसंद किया जाता है। उन्होंने यहां के युवाओं से अपील किया कि छऊ नृत्य के माध्यम से भी यहां के कलाकार अपना कैरियर बना सकते हैं।
उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में जब मनोरंजन के साधन उपलब्ध नहीं रहते थे। तो इसी तरह के छऊ नृत्य का आयोजन होता था। इससे गांव में मनोरंजन के साथ-साथ स्थानीय युवा कलाकारों की छिपी प्रतिभा भी सामने आती है। इस परंपरा को अब भी जीवित रखना सराहनीय कार्य है।
उन्होंने कहा कि गांव में छिपे प्रतिभाओं को निखारने के लिए वे हर संभव सहयोग करेंगे। इस मौके पर कार्यक्रम में गणेश लागुरी, शरत नायक, विनोद नायक,अभिमन्यु नायक, भगवानो नायक, सुधीर नायक, संजीत मोदी, दशरथ नायक, गोपाल दास, अनंत दास एवं समस्त ग्रामीण उपस्थित थे। समेत सैकड़ों ग्रामीण मौजूद थे।
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