जमशेदपुर। बारीडीह गुरुद्वारा कमेटी के प्रधान सरदार कुलविंदर सिंह ने केंद्रीय कमेटी और विशेष तौर पर प्रधान भगवान सिंह का शुक्रिया अदा किया है कि उन्होंने बारीडीह गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी भंग कर दी है। ऐसा कर उन्होंने मुझे मुक्ति दी है और आजाद किया है। कल शिकायत वापस लेकर गलती की और नतीजा है कि विरोधियों द्वारा धमकी देने का सिलसिला शुरू हो गया है।
कुलविंदर सिंह के अनुसार उन्हें पद की कोई लिप्सा नहीं थी। सरदार सुरजीत सिंह खुशीपुर ने मौका परस्ती दिखाते हुए और उस समय के प्रधान गुरमुख सिंह मुखे के भय से बारीडीह गुरुद्वारा कमेटी का प्रधान चोरी छुपे रात आठ बजे साकची गुरुद्वारा कार्यालय में बैठकर बनाया था।
सब कुछ ठीक रहा क्योंकि उसे टीनप्लेट कमेटी का प्रधान बनाने में मदद की। प्रधान बनते ही उन्होंने कहा कि अब 10 नंबर बस्ती टीनप्लेट का इलाका बारीडीह गुरुद्वारा कमेटी दायरे से निकाल सकते हैं। उनकी सहमति से 10 नंबर का इलाका निकाल दिया गया। इसके बाद से मेरे प्रधान रहने से केवल खुशीपुर परिवार और उनके साढू जसपाल सिंह को दिक्कत होने लगी। प्रधान सरदार भगवान सिंह से कुलविंदर सिंह ने सवाल किया है कि क्या कुलविंदर सिंह ने कोई अपराध किया है? क्या चोरी की है? क्या कोई दुष्कर्म किया है? किस काम से सिख धर्म की मान प्रतिष्ठा में कमी हुई है। जिस कारण कमेटी भंग हुई है। लंगर यदि कम हुआ तो क्या मैं अपने घर राशन ले गया था? क्या 13 दिसंबर को गलत तरीके से बैठक बुलाकर अवतार सिंह सोखी को प्रधान चुनना सही था, यदि नहीं तो उसे किस प्रकार सरदार भगवान सिंह बैठक में बुला रहे थे।
टिनप्लेट का इलाका जब निकल गया तो सरदार सुरजीत सिंह और सरदार सविंदर सिंह किस हैसियत से बैठक में शामिल हुए। अमरजीत सिंह भामरा देनदार है तो कैसे बैठक में शामिल हुआ? शुक्रवार को विवाद होने का भी कारण उनकी उपस्थिति थी। मुझ पर शुक्रवार को केंद्रीय कमेटी के दफ्तर में उनकी उपस्थिति में जानलेवा हमला हुआ और उन्होंने दोषियों पर कोई कार्रवाई नहीं की। उल्टे उन्हें फिर शनिवार को कार्यालय में बैठाया और अब उनकी हिम्मत बढ़ गई है कि फिर से मुझे धमकी दी जाने लगी है। पहले भी सेंट्रल कमेटी के दफ्तर में मेरे साथ गाली गलौज उनकी उपस्थिति में होता रहा और वह चुप रहे। संगत इस खामोशी का कारण भी जानना चाहती है?
भगवान सिंह ईमानदारी से वीडियो फुटेज देखे । किस प्रकार से महासचिव गुरचरण सिंह बिल्ला धमका रहा है ? मुझे कार्यालय से धकेल रहा है? कुर्सी से जबरन उठा रहा है। हरभजन सिंह की गर्दन दबा रहा है। कल तख्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब कमेटी महासचिव इंद्रजीत सिंह के कहने पर मामला उठाकर बहुत बड़ी गलती की और अब मुझे फिर से जान मारने की धमकी मिलने लगी है। मुंह बंद करने की धमकी दी जा रही है।
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