चाईबासा। चाईबासा से सटे पुराना चाईबासा के एरोड्राम मैदान में सॉफ्टवेयर इंजीनियर युवती के साथ गैंगरेप मामले में दोषी पांच युवकों को अंतिम सांस तक आजीवन कारावास की सजा जिला एवं सत्र न्यायाधीश प्रथम ओमप्रकाश के न्यायालय से सुनाई गई है। 20 अक्तूबर, 2022 की शाम घटी इस घृणित घटना में माननीय न्यायाधीश द्वारा गवाहों और सबूत के आधार पर डेढ़ साल में फैसला सुनाया गया।
घटना के समय पीड़िता अपने मित्र के साथ मैदान में खड़ी थी। सूर्यास्त के बाद थोड़ा अंधेरा होने पर अचानक 10 लड़कों ने वहां पर पहुंच कर पीड़िता और युवक को घेर लिया। सभी मारो कह कर चिल्लाने लगे। पीड़िता को चप्पल , जूता डंडा पत्थर आदि से मारा गया। मारपीट के बाद पीड़िता को थोड़ी दूर ले जाकर सामूहिक दुष्कर्म एवं अप्राकृतिक यौनाचार किया गया गया।
इस घटना में साली हातु निवासी सुरेन देवगम, प्रकाश देवगम उर्फ डेंबो, पूरमी देवगम, सोमा सिंकू उर्फ पेट्रो एवं टेकराहातु निवासी शिव शंकर करजी उर्फ बाज को भारतीय दंड विधान की धारा 376D की उप धारा 34 के तहत अंतिम सांस तक आजीवन कारावास और चालीस चालीस हजार रुपए जुर्माना की सजा सुनाई गई है। इस घटना के पांच नाबालिग आरोपी का जुवेनाइनल कोर्ट में सुनवाई चल रहा है।
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