गुवा। मध्यप्रदेश व ओडिशा के गांजा माफिया झारखंड के जराईकेला थाना क्षेत्र होते सारंडा के रास्ते छोटे वाहनों से गांजा की तस्करी निरंतर कर रहे हैं। विश्वस्त सूत्रों के अनुसार ये गांजा तस्कर ओडिशा के बिसरा थाना क्षेत्र से झारखण्ड के जराईकेला थाना क्षेत्र की सीमा में छोटे वाहन कार आदि में गांजा भरकर प्रवेश करते हैं। उसके बाद वह जराईकेला से मुख्य सड़क या अन्य ग्रामीण सड़क का इस्तेमाल कर मनोहरपुर आते हैं।
यहां से वह अपनी सुविधा के अनुसार तीन रास्ते जिसमें मनोहरपुर से सलाई होते हुए छोटानागरा अथवा गुवा थाना क्षेत्र के रास्ते, मनोहरपुर से गोईलकेरा के रास्ते या फिर मनोहरपुर से आनंदपुर के रास्ते वाहनों से गांजा को झारखण्ड, बंगाल, बिहार आदि राज्यों में पहुंचा रहे हैं। गांजा तस्करी हेतु अच्छी कारों का भी वे अधिकतर प्रयोग कर रहे हैं। 25 जुलाई 2022 को छोटानागरा थाना पुलिस ने भी जामकुंडिया गांव के समीप मारुति स्विफ्ट डिजायर कार (JH05Z-0296) से लगभग 108 किलो गांजा बरामद किया था। हालांकि मौका पाकर कार में सवार दो लोग कार छोड़ सारंडा के घने जंगलों की ओर भागने में सफल रहे थे।
कार से गांजा ले जा रहा तस्कर ने साइकिल सवार एक ग्रामीण को जामकुंडिया गांव के समीप धक्का मार दिया था। घटना की खबर पाकर छोटानागरा पुलिस घायल ग्रामीण को मदद हेतु पहुंची थी, तभी कार सवार दोनों माफिया पुलिस को देख घने जंगल में भाग गये थे। जब पुलिस ने कार की तलाशी ली तो उसकी डिक्की में एक-एक किलो का सीलबंद 108 पैकेट गांजा मिला था। इस घटना से कुछ दिन पूर्व ही गोईलकेरा थाना पुलिस ने भारी मात्रा में गांजा पकड़ा था। कुछ दिन तक सब कुछ सामान्य रहने के बाद अब पुनः इस मार्ग से गांजा की तस्करी प्रारम्भ हो गई है। यह तस्करों के लिये सुरक्षित मार्ग बताया जा रहा है।
हालांकि इस मार्ग पर जराईकेला, मनोहरपुर, छोटानागरा, गुवा, किरीबुरु, बडा़जामदा, गोईलकेरा, सोनुवा आदि थाना है, लेकिन सारंडा से गुजरने वाली वाहनों की नियमित जांच नहीं होती है। इसका फायदा गांजा तस्कर निरंतर उठा रहे हैं। अगर वाहनों की जांच प्रतिदिन प्रारम्भ हो जाये तो यह गतिविधियां इस रास्ते बंद हो जायेगी अथवा गांजा का बड़ा खेप पुलिस पकड़ सकती है।
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