8 चतुर्थवर्गीय कर्मी, फिर भी बीमारियों का किला बन रहा सीएचसी
जगन्नाथपुर। बीमारियों से शिफा देने वाला जगन्नाथपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र इन दिनो खुद बीमारियों का किला बन रहा है। सामने से चमकने वाला यह अस्पताल अन्दर से कूड़ादान बना हुआ है। यहां कुल 8 चतुर्थवर्गीय कर्मचारी पदस्थापित हैं। जिनमे 4 पुरुष और 4 महिला कर्मी शामिल हैं। बावजूद इसके अस्पताल परिसर की यह दुरगति यहां के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी की कार्यशैली पर सवालिया निशान है।
अस्पताल के इर्दगिर्द एंव पिछले भाग मे झाड़ झंकाड़ बीमारियों को खुला निमत्रण दे रहे हैं। समय रहते इस पर ध्यान नहीं दिया गया तो यहां कार्यरत स्वास्थ्यकर्मियों एंव भर्ती मरीज अनेक बीमारी के चपेट मे आ सकते हैं। बरसात सामने खड़ा है।
इसमे बरसात का पानी जमने से मलेरिया एंव डेंगू जैसे जानलेवा बीमारी उत्पन्न होने खतरा है। कुछ स्वास्थ्यकर्मियों रे पूछे जाने पर नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि यहां की प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. जयश्री किरण कार्यालय मे बैठकर केवल तुगलकी फरमान जारी करती है। स्वास्थ्यकर्मियों को परेशान करना, अफसरशाही एंव कर्मियों के शोषण ने इनका समय बीतता है। साफ सफाई पर विशेष ध्यान यहां की प्रभारी महोदया को देना चाहिए।
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