चक्रधरपुर। पश्चिमी सिंहभूम जिले के बदंगांव प्रखंड अंतर्गत भालू पानी पंचायत के सारुगाडा वन ग्राम के बिडदीरी गांव में आजादी के बाद भी ग्रामीण शुद्ध पानी पीने के लिए तरस रहे थे। गांव में एक भी चापाकल नहीं रहने के कारण ग्रामीण कुआं और चूआं का पानी पीते थे। इसकी सूचना जब ग्रामीणों ने विधायक सुखराम उरांव से किया तो उन्होंने मामले का संज्ञान लेते हुए रास्ता बनवा कर बोरिंग करवाया।
इससे ग्रामीणों में काफी हर्ष हैं। जानकारी के अनुसार चक्रधरपुर विधानसभा के बंदगांव प्रखंड के भालू पानी पंचायत के सारुगाडा वन ग्राम बिडदीरी गांव में एक भी चापाकल नहीं थी। जिस कारण ग्रामीण कुआं एवं चूंआ का पानी पी रहे थे। ग्रामीणों ने इसकी सूचना विधायक सुखराम उरांव को दिया था। विधायक ने सूचना मिलते ही गांव में चापाकल लगाने का आदेश विभाग को दिया था, लेकिन गांव तक बोरिंग गाड़ी पहाड़ी इलाका होने के कारण वहां नहीं पहुंच पा रही थी, जिसकी वजह से विधायक ने निर्णय लिया कि बोरवेल गाड़ी पहुंचाने के लिए रास्ता बनाने का बनना है।
इसके बाद विधायक सुखराम उरांव ने शुक्रवार को जेसीबी मशीन भेजवाया और पहाड़ी इलाका को समतल करवाया गया। लगभग एक दिन के मेहनत के बाद गांव तक सड़क बन गया। इसके बाद बोरिंग गाड़ी उस रास्ते से होकर गांव तक पहुंच गया। बाद में बोरिंग कर दिया गया। बोरिंग हो जाने से ग्रामीणों को जल समस्या से निजाद मिलेगा। जिससे ग्रामीण काफी खुशी है।
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