Default Image

Months format

Show More Text

Load More

Related Posts Widget

Article Navigation

Contact Us Form

Terhubung

NewsLite - Magazine & News Blogger Template

भीषण गर्मी में जल संकट से कुदाहातु गांव के ग्रामीण परेशान, झरियानुमा गड्ढे का दूषित पानी पीने को मजबूर, विभाग के अधिकारी मौन, Villagers of Kudahatu village are troubled due to water crisis in the scorching heat, forced to drink contaminated water from the spring pit, department officials silent,


ग्रामीणों के शिकायत पर समाजसेवी डॉ विजय सिंह गागराई ने किया स्थल का निरीक्षण, कहा समस्या गंभीर है, गांव में लगाया जाए डीप बोरिंग 

चक्रधरपुर। पश्चिमी सिंहभूम जिले के चक्रधरपुर विधानसभा में नल जल योजना में लाखों करोड़ों खर्च होने के बावजूद आज भी ग्रामीण झरियानुमा गड्ढे का दूषित पानी पीने को मजबूर है। इसका एक ताजा उदाहरण चक्रधरपुर प्रखंड अंतर्गत नलिता पंचायत के कुदाहातु गांव के ग्रामीण पानी के लिए दर-दर भटक रहे हैं। गांव में 95 परिवार रहते हैं। जिनके लिए कुछ वर्ष पहले गांव में दो सोलर जल मीनार लगाया गया था। गांव के ऊपर टोला में लगा जल मीनार दो साल से खराब पड़ा हुआ है।



वहीं स्कूल परिसर में लगे जल मीनार से रुक-रुक कर धीमी गति से पानी गिरती है। गांव में जल मीनार खराब होने के कारण मजबूरन गांव के लोग जंगल में बने एक झरियानुमा गड्ढे का दूषित पानी पीने को मजबूर हैं। गड्ढे से पानी लाने के लिए ग्रामीणों को गांव से करीब आधा किलोमीटर कड़ी धूप में तय करना पड़ता है। इतना ही नहीं गड्ढे के दूषित जल का सेवन करने से कई ग्रामीण बीमार का शिकार भी हो रहे हैं। जिस जगह गड्ढा है उसके आसपास क्षेत्र में जलजमाव से बदबू और कीड़े-मकोड़े पनप रहे हैं। मजबूरन ग्रामीण उसी गड्ढे का पानी को बर्तन में लेकर उसका सेवन करते हैं. इतना ही नहीं गांव का तालाब भी पूरी तरह सूख चुका है।


तालाब का पानी से बदबू निकल रही है। उसी बदबूदार पानी से ग्रामीण रोजाना स्नान करने के साथ-साथ कपड़े आदि की धुलाई भी कर रहे हैं। उसी तालाब से जानवर भी अपना प्यास बुझा रहे हैं। ग्रामीणों की शिकायत पर गुरुवार को पीपुल्स वेलफेयर एसोसिएशन के सचिव सह समाजसेवी डॉ विजय सिंह गागराई अपने टीम के साथ स्थल निरीक्षण के लिए गांव पहुंचे। जहां उन्होंने देखा कि भीषण गर्मी में ग्रामीण जल संकट से जूझ रहे हैं। ग्रामीण झरियानुमा गड्ढा से दूषित जल पीने को मजबूर है। इस मौके पर करम सिंह लोहार, नारायण सिंह सरदार, धर्म सिंह नापित, गोलक मिर्दा, पीतांबर सरदार, सोमवारी नापित, मुक्ते सरदार, सुनीता सरदार, प्रमिला कुमारी, संगीता सरदार, सोमवारी सरदार, शंकुतला सरदार, कार्तिक सरदार, सुकु सरदार, सुनीता सोय, कमला सरदार, मताल मिर्दा, गोवर्धन सरदार,अनीश मिर्धा, सरस्वती सरदार, फुलचंद नापित, श्यामलाल मिर्दा, दिनेश कुम्हार, अर्जुन कुम्हार, सोमा कुम्हार आदि ग्रामीण मौजूद थे।


21वीं सदी में जी रहे हैं. देश विकसित की ओर तेजी से बढ़ रहा है. लेकिन आज भी सुदूरवर्ती क्षेत्र में निवास करने वाले ग्रामीण स्वच्छ पेयजल के लिए तरस रहे: डॉक्टर विजय 

पीपुल्स वेलफेयर एसोसिएशन के सचिव सह समाजसेवी डॉ विजय सिंह गागराई ने कहा कि 21वीं सदी में लोग जी रहे हैं. देश विकसित की ओर तेजी से बढ़ रहा है, लेकिन आज भी सुदूरवर्ती क्षेत्र में निवास करने वाले ग्रामीण स्वच्छ पेयजल के लिए तरस रहे हैं। समस्या गंभीर है। इस मामले को लेकर संबंधित विभाग, उपायुक्त एवं मंत्री से मुलाकात कर समस्याओं से अवगत कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार हर घर नल जल योजना के तहत करोड़ों रुपए खर्च कर रही है। उसके बावजूद भी दूषित जल सेवन करने वाली तस्वीर सामने आ रही है। जो समाज के लिए शर्मनाक बात है। 


ग्रामीणों के साथ-साथ झरियानुमा गड्ढे में पालतू व जंगली जानवर बुझाते हैं अपना प्यास : ग्रामीणों के साथ-साथ झरियानुमा गड्ढे में पालतू व जंगली जानवर बुझाते हैं अपना प्यास कुदाहातु गांव के जंगल के पार जाहिरा स्थान है. जहां एक तालाब है। उसी तालाब के बगल में गड्ढा खोदकर ग्रामीण पत्थर लगाए है। उसी गड्ढे से रिसता पानी से ग्रामीण भीषण गर्मी में प्यास बुझा रहे है। इसतना ही नहीं गड्ढा खुला होने के कारण पालतु व जंगली जानवर भी अपना प्यास बुझा रहे है।



No comments:

Post a Comment

GET THE FASTEST NEWS AROUND YOU

-ADVERTISEMENT-

NewsLite - Magazine & News Blogger Template