गुवा। अत्यंत नक्सल प्रभावित सारंडा के गंगदा पंचायत के 8 गांव कुम्बिया, चुर्गी, ममार, लेम्ब्रे, दुईया, दोदारी, हिनुवा, सलाई के ग्रामीणों को सही तरीके से अथवा बिल्कुल हीं नहीं राशन मिलने एवं पेयजल की समस्या से नाराज ग्रामीणों ने मुखिया सुखराम उर्फ राजू सांडिल व मुंडाओं के नेतृत्व में दुईया गांव स्थित तालासाई में महापंचायत का आयोजन किया। इस महापंचायत में आठो गांवों से भारी तादाद में महिला-पुरुष के अलावे राशन डीलर प्रभु सहाय हेम्ब्रम भी शामिल हुए। महापंचायत में कुम्बिया, चुर्गी एवं ममार गांव के ग्रामीणों ने राशन डीलर पर आरोप लगाया की वह बीते 14 माह से निरंतर हम सभी कार्डधारियों को बिल्कुल राशन नहीं दिया है, जबकि बाकी पांच गांवों के ग्रामीणों ने कहा कि उन्हें किसी महीने राशन मिलता है तो कोई महीना नहीं मिलता है।
कभी कभी दो माह का एक साथ राशन देता है लेकिन 70 किलो की जगह मात्र 40 किलो राशन दिया जाता है। जिसका प्रमाण हमारा राशन कार्ड है, जिसपर डीलर स्वंय इंट्री किया है। ग्रामीणों ने सवाल खडा़ किया कि हमारा 14 माह का राशन सरकार, विभागीय एजीएम, एमओ या फिर राशन डीलर खा गया। इसकी उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिये और जो दोषी हैं, उसके खिलाफ कडी़ कार्यवाही होनी चाहिये। ग्रामीणों ने महापंचायत से पूछा की हमारा जितना दिन का चावल नहीं मिला है वह सभी चावल हमें एक साथ या किश्त में दिलाया जाये। इसके अलावे हर माह पूरा वजन के साथ राशन मिलना सुनिश्चित कराया जाये। दूसरी तरफ गंगदा पंचायत के 14 गांवों के ग्रामीणों ने कहा कि सभी गांवों में शुद्ध पेयजल की समस्या है।
तमाम गांवों का चापाकल खराब है। दोदारी पेयजल आपूर्ति योजना से सिर्फ ममार गांव में हीं ठीक से पानी पहुंच रहा है, जबकि बाकी तमाम गांवों में पानी नहीं जा रहा है। पूरा गर्मी पानी की समस्या से ग्रसित रहे। अब वर्षात आ गया तो समस्या और बढ़ गई है। क्योंकि गर्मी में तो नदी-नाला में चुआं बनाकर साफ पानी ले लेते थे। लेकिन वर्षात में नदी-नाला का पानी लाल व दूषित हो गया है जिससे स्वच्छ पानी नहीं मिल पा रहा है। इससे बीमारी बढ़ रही है। तमाम गांवों में दोदारी जलापूर्ति योजना का पानी पहुंचाया जाये तथा तमाम खराब चापाकलों को ठीक किया जाये। भ्रष्टाचार की भेंट चढी़ लगभग 15 करोड़ रूपये लागत वाली दोदारी जलापूर्ति योजना की उच्च स्तरीय जांच हो।
राशन डीलर प्रभु सहाय हेम्ब्रम ने कहा कि हमारे यहां आठों गांव मिलाकर कुल 549 कार्डधारी है। कुम्बिया, चुर्गी और ममार गांव को मिलाकर 280 कार्डधारी हैं। इन तीन गांवों के लाभुकों को 14 माह से राशन नहीं दिये हैं. हमारे पास आफ लाईन राशन देने की सुविधा है, लेकिन तीनों गांवों के ग्रामीणों को आन लाईन देना था। इसी कारण हम बीते 14 माह से राशन हम नहीं दिये हैं। इस समस्या को लेकर हम विभागीय अधिकारी को भी लिखित पहले हीं दे चुके थे। तीनों गांवों के ग्रामीणों का राशन हम नहीं उठाये हैं। ग्रामीण कह रहे हैं कि रजिस्टर में राशन उठाव दिखाया जा रहा है तो इस मामले की उच्च स्तरीय जांच कर जो भी दोषी होंगे उनके खिलाफ कार्यवाही होनी चाहिये। बाकी गांवों को दो माह का एक साथ कम राशन अर्थात प्रत्येक कार्डधारी को लगभग 30-30 किलो कम राशन देने की बात है तो हमें एफसीआई के एजीएम द्वारा कम अनाज आवंटित किया जाता है। ऐसे में हम क्या कर सकते हैं। विभाग जिस अनुपात में राशन देती है वैसा हम वितरण करते हैं।
मुखिया राजू सांडिल ने कहा कि राशन और पेयजल समस्या को लेकर 29 जुलाई की सुबह से सलाई चौक पास मनोहरपुर-बडा़जामदा मुख्य मार्ग को अनिश्चितकालिन जाम किया जायेगा। दोनों समस्या गंगदा पंचायत के ग्रामीणों की बडी़ एवं जीवन-मरण से जुड़ी समस्या है। इस भ्रष्टाचार को हरगीज बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। उन्होंने कहा कि तीन गांव के गरीब ग्रामीणों का 14 माह का राशन घोटाला एवं पेयजल आपूर्ति से जुड़ा मामला बडी़ घोटाला है। हमने पानी पानी की समस्या को लेकर उपायुक्त, पीएचईडी विभाग, बीडिओ आदि अधिकारियों को पहले दिया गया था लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुआ।
राशन मामले में विभागीय मंत्री स्वंय हमारे पंचायत में आकर मामले की जांच कर आदिवासी गरीब ग्रामीणों को न्याय दिलाने का कार्य करे। हम उनका भव्य स्वागत को तैयार रहेंगे। इस दौरान मुंडा धर्म गागराई, मुंडा जानुम सिंह चेरोवा, मुंडा रेंगो चाम्पिया, मुंडा जुरा सिधु, मुंडा सोमा चाम्पिया, इंदा जामुदा, मंगल कुम्हार, पंसस रामेश्वर चाम्पिया, साधो चाम्पिया, गोनो चाम्पिया, संग्राम चेरोवा, चरण सिंह चाम्पिया, कुदा चाम्पिया आदि सैकड़ों ग्रामीण मौजूद थे।
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