चक्रधरपुर। पश्चिमी सिंहभूम जिले के चक्रधरपुर शहर के कुदलीबाड़ी में हिंदू समाज का शमशान घाट में कचरा फेंकने को लेकर हो रही विवाद शांत हो गया। जिसका उद्घाटन सोमवार को कार्यपालक पदाधिकारी राहुल कुमार यादव ने विधिवत पूजा- अर्चना कर किया. उद्घाटन के पश्चात कंपनी द्वारा डंपिंग यार्ड मे वर्षों से जमे कचरों का वैज्ञानिक तरीके से निस्तारण शुरू कर दिया गया है. पिछले एक सप्ताह पहले कंपनी ने जेसीबी मशीन लगाकर कचरों की छाटनी करके रखा था. जैसे ही प्रोसेसिंग मशीन लगा और उद्घाटन हुआ वैसे ही कचरों का निस्तारण शुरू हो गया. बता दें कि चक्रधरपुर शहर के कुदलीबाड़ी में हिंदू समाज का शमशान घाट में कचरा फेंकने को लेकर पिछले कई वर्षों से विवाद चल रहा था।
नगर परिषद द्वारा रोजाना दर्जनों टन शहर का कचरा फेंका जाता है. जिसका लगातार विरोध होने के बाद कचरा निस्तारण को लेकर टेंडर हुआ.इसके बाद नगर परिषद कार्यालय ने डंपिंग यार्ड में जमे कचरों का वैज्ञानिक तरीके से निस्तारण करने के लिए महाराष्ट्र के अवचल नगर कंपनी लिगसी बेस्ट मैनेजमेंट को 3 करोड रुपए में एक साल के लिए टेंडर दिया है। उद्घाटन के पश्चात नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी राहुल कुमार यादव ने कहां कि वर्षों से डंपिंग यार्ड में जमीन कचरों का वैज्ञानिक तरीके से निस्तारण शुरू हो गया है।
अवचल नगर महाराष्ट्र के कंपनी लिगसी बेस्ट मैनेजमेंट को एक साल के लिए 3 करोड रुपए में टेंडर दिया है. 3 माह के अंदर कचरों को खाद में तब्दील कर किया जाएगा. खाद के साथ-साथ कार्य में उपयोग लाने वाली वस्तुएं जैसे टॉयलेट आदि भी बनाई जाएगी. डंपिंग यार्ड में लगे प्रोसेसिंग मशीन से एक तरफ मिट्टी, दूसरे तरफ प्लास्टिक और तीसरी तरफ कागज को अलग किया जा रहा है. मिट्टी से खाद, प्लास्टिक को रिसाइकल करके उपयोग में लाने वाली वस्तुएं एवं कागज से कागज का कार्डबोर्ड बनाई जाएगी. इस मौके पर सिटी मैनेजर निशांत कुमार, नगर परिषद के सहायक अभियंता सलमान हैदर समेत नगर परिषद के कर्मचारी उपस्थित थे।
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