चांडिल। नीमडीह प्रखंड के प्लस टू उच्च विद्यालय रघुनाथपुर में कायो आशिकान कराटे डो द्वारा ग्रेडशन टेस्ट आयोजित किया गया। इस टेस्ट में नीमडीह प्रखंड के विभिन्न क्षेत्र के 50 बालक - बालिका प्रतिभागी भाग लिया। जिसमें 35 बालक व 15 बालिकाएं शामिल हुए। ग्रेडशन टेस्ट फिफ्थ डाउन ब्लैकबेल्ट मास्टर गोपाल कृष्ण बनर्जी के देखरेख में संपन्न हुआ। मौके पर गोपाल कृष्ण बनर्जी ने कहा कि वर्तमान समय में आत्मरक्षा के लिए कराटे एक अच्छा माध्यम है। साल में प्रशिक्षणर्थियों का दो बार टेस्ट लिया जाता है। पहला टेस्ट उत्तीर्ण को व्हाइट बेल्ट, द्वितीय येलो, तृतीय ऑरेंज इस प्रकार अनेक टेस्ट है और अंतिम टेस्ट उत्तीर्ण करने पर ब्लैक बेल्ट दिया जाता है।
कराटे प्रशिक्षक पशुपति महतो ने कहा कि आत्मरक्षा व्यक्तियों का अधिकार है कि वे किसी बल का पर्याप्त मात्रा में प्रतिकार करके खुद को नुकसान से बचा सकें। आत्मरक्षा अक्सर कार्रवाई के औचित्य पर आधारित होती है, और कुछ देशों जैसे कि यूएसए, यूके, जापान और बेल्जियम के लिए, इसे वैधानिक कानून के रूप में वर्गीकृत किया गया है। पशुपति महतो ने कहा कि आत्मरक्षा का उद्देश्यपूर्ण उपयोग व्यक्तियों के स्वास्थ्य और कल्याण की रक्षा में किया जाता है।
यह किसी को खतरनाक स्थितियों से निपटने और संभावित शारीरिक हमलों से बचने में सक्षम बनाता है। एक उचित बचाव में ऐसी परिस्थितियाँ शामिल होती हैं जहाँ बचावकर्ता किसी तात्कालिक खतरे से गंभीर चोट लगने या अपनी जान गंवाने से डरते हैं और उस खतरे का आनुपातिक रूप से जवाब देते हैं। ग्रेडशन टेस्ट में सह प्रशिक्षक के रूप में पशुपति महतो, बलदेव सिंह व जी आर पाल उपस्थित थे।
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