गुवा। बीएसएल अनाधिशासी कर्मचारी संघ ने इस्पात मंत्री एचड. कुमार स्वामी को पत्र लिखकर सेल में सुपरवाइजरी कैडर का सृजन करने की मांग की है। यूनियन ने अपने पत्र में लिखा है कि सेल महारत्न स्टेटस के अनुसार सेल गैर कार्यपालक कर्मियों का पदनाम,कलस्टर की संख्या बढ़ाना,पदोन्नति नीति, स्टैगेनेशन इंक्रिमेंट,युनियनाइज्ड सुपरवाइजर पद सृजित कर सेल को वास्तविक तौर पर ग्रेट प्लेस ऑफ द वर्क बनाने का प्रयास करे। विगत कुछ दिन पहले सेल प्रबंधन और गैर निर्वाचित एनजेसीएस नेताओं का समूह द्वारा, समझौता के तहत, एक विवादास्पद पदनाम लागू किया गया है।
वह पदनाम ऐसा है कि डिप्लोमा शैक्षणिक योग्यता पर नियुक्त 8 से 10 प्रतिशत कर्मचारी ही नौकरी का अंतिम काल मे जूनियर इंजीनियर पदनाम धारित कर पायेंगे तथा शुरू मे इंजिनियिरिंग एसोसिएट जैसे बेतुका पदनाम धारण करेंगे। पत्र में कर्मचारी संघ ने कहा है कि कई ग्रेड को एक ही कलस्टर में शामिल करने से कर्मियों में कार्यक्षेत्र का बंटवारा नहीं किया जा रहा है। उसके लिए यूनियन ने कलस्टर की संख्या बढ़ाने की मांग की है। साथ ही प्रत्येक कलस्टर का स्पष्ट कार्यक्षेत्र भी बनाने की मांग की है।
बोकारो इस्पात संयंत्र में अभी 4 कलस्टर समूहो में कर्मियों को बांटा गया है। जिसको बढ़ाकर कलस्टर एबीसीडीई कलस्टर तक कर्मियो के ग्रेड को वर्गीकृत करने की मांग यूनियन ने की है। वहीं S-11 ग्रेड में वर्षों से अटके वरिष्ठ कर्मियों को पदोन्नति लाभ देने के लिए चार वर्ष में एक स्टेगेनेशन इंक्रिमेंट का भुगतान करने की भी मांग यूनियन ने अपने पत्र में की है। यूनियन द्वारा पत्र की प्रतिलिपि इस्पात राज्य मंत्री तथा मुख्य श्रम आयुक्त (कें.) को भी भेजी गई है। इस दौरान बीएकेएस यूनियन के अध्यक्ष हरिओम ने कहा कि स्वर्गीय डीपी अतुल श्रीवास्तव के समय बनाए गए पदनाम को अभी के समय बैक डोर से लागू किया जा रहा है।
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