गुवा। गुवा थाना अन्तर्गत कोलायसाई गांव निवासी रांदो सिरका (20 वर्ष), पिता बोंज सिरका, माता रायमुनी कुई बीते 17 जून की सुबह से लापता है। जिसका कहीं कोई अता-पता नहीं चल पा रहा है। रांदो सिरका की तलाश में उसके पिता बोंज सिरका एवं गांव के मुंडा चन्द्रमोहन सिरका तीन बार गुवा थाना का चक्कर लगा चुके हैं, लेकिन पुलिस उसके बारे में कुछ भी बताने को तैयार नहीं है।
पुलिस सिर्फ इतना आश्वासन दे रही है कि पता चलने पर बताया जायेगा। बोंज सिरका व मुंडा चन्द्रमोहन सिरका ने बताया कि रांदो सिरका 17 जून की सुबह बैल-बकरी लेकर पास के कोल्हान जंगल में चराने गया था। उसी दिन अहले सुबह लिपुंगा गांव क्षेत्र के जंगलों में पुलिस व नक्सलियों के बीच भीषण मुठभेड़ हुई थी, जिसमें पांच नक्सली मारे गये थे तथा एक महिला समेत दो नक्सली को पुलिस ने मुठभेड़ स्थल से पकड़ा था।
इस घटना के बाद ही उसी दिन पुलिस ने मेरा बेटा को जंगल से पकड़ अपने साथ ले गई है, जिसके बारे में वह कुछ भी नहीं बता रही है। दूसरी तरफ गुवा पुलिस बोंज सिरका के बारे में कोई भी जानकारी नहीं होने की बात कह रही है। इससे बोंज के परिजन परेशान हैं। उल्लेखनीय है कि 17 जून की सुबह लगभग 4.30 बजे कोबरा, सीआरपीएफ-26 बटालियन, झारखण्ड पुलिस का संयुक्त दल लिपुंगा गांव के समीप नक्सलियों के डेरा पर भीषण हमला कर दिया था।
इस हमले में पांच नक्सली मारे गये थे, जिसमें सारंडा सबजोनल कमेटी के सदस्य कांडे उर्फ दिरीसुम होनहागा,पुलिस के कोल्हान मुक्त करने के अभियान का मुकाबला हेतु गठित स्पेशल दस्ता के कमाण्डर सह सारंडा एरिया कमेटी सदस्य सिंगराय, उम्मीद्वार पार्टी सदस्या सपनी हांसदा, पीएलजीए का सदस्य सूर्या देवगम उर्फ मुण्डा और सांस्कृतिक टीम की साधारण सदस्या जोगा मारला शामिल थे। इन नक्सलियों की याद में भाकपा माओवादी संगठन के दक्षिणी जोनल कमिटी ने 10 जुलाई को 24 घंटे का कोल्हान बंद बुलाया है।
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