जमशेदपुर। पर्यावरण पहल के द्वारा पर्यावरण संरक्षण के विषय पर शहर में कार्य कर रहे विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधि, NGO एवं एकल सामाजिक कार्यकर्ता जनों की बैठक की गई। बैठक की शुरुवात स्वदेशी जागरण मंच के प्रांत प्रचार प्रमुख अमित मिश्रा जी ने डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी को नमन करते हुए किया। पर्यवरण पहल की स्थापना से ले कर अभी तक के कार्यों को समर्थकों के समक्ष प्रस्तुत करते हुए उन्होंने कहा कि भारत के कई हिस्सों में जल संकट, वायु प्रदूषण, तापमान में वृद्धि एवं पर्यावरण में बदलावों को देखते हुए स्वदेशी जागरण मंच ने 2016 में अलग इकाई बना कर इस विषय पर व्यापक जन जागरण का कार्य करने का निर्णय लिया।
पर्यावरण पहल ने इन 8 वर्षों में 5000 पौधरोपण, पर्यावरण बचाव रैली, जलवायु परिवर्तन के विषय पर नेशनल सेमिनार, दलमा सफाई अभियान, रेनवाटर हार्वेस्टिंग पर वर्कशॉप एवं विभिन्न सोसाइटीज एवं स्कूल-कॉलेज में संगोश्ठी का आयोजन किया। उन्होंने कहा कि हर वर्ष देश मे सरकार एवं विभिन्न सामाजिक लोगों के द्वारा वृहद पौधरोपण किया जाता है, परंतु हमने इतने वर्षों में तेजी से पर्यावरण का हनन ही देखा है। अब यदि हमे सही में प्रकृति को बचाना है तो सभी पर्यावरण प्रेमियों को एकजुट हो कर लोगों एवं बच्चों के बीच पर्यावरण के प्रति प्रेम को जगाना होगा।
इसी उद्देश्य से पर्यावरण पहल ने आज की बैठक में सभी संगठनों को एकजुट करने का प्रयास किया। बैठक में पर्यावरण पहल के संयोजक एवं खादी ग्रामोद्योग आयोग के पूर्वी भारत के चेयरमैन मनोज सिंह जी ने कहा कि वे अपने सामाजिक जीवन मे पर्यावरण संरक्षण से जुड़े कई आंदोलन जैसे कि गंगा आबाद रहे, दामोदर बचाव आंदोलन, स्वर्णरेखा बचाव अभियान इत्यादि से जुड़े रहे, लेकिन प्रकृति का हमने जितना सेवा किया उससे कई गुना ज्यादा हमने उसका दोहन किया। देश मे पहले वन मंत्रालय हुआ करता था। पर्यावरण में बदलाव को देखते हुए सरकारों ने उसमे पर्यावरण शब्द को जोड़ दिया जिसमें बाद में जलवायु परिवर्तन को जोड़ कर वन-पर्यावरण एवं जलवायु मंत्रालय बनाया गया, परंतु सरकार की पर्यावरण के प्रति किये गए सुधारों के बहुत सकारात्मक परिणाम इसलिए नही दिख रहे हैं, क्योंकि इस विषय से हम आम जनमानस को जोड़ने में असफल रहे।
इसीलिए समाज के लिए कार्य कर रहे सभी व्यक्तियों की ये नैतिक जिम्मेदारी है कि वे सभी एक पटल-एक उद्द्येश्य से पर्यवरण संरक्षण का कार्य करें, ताकि पूरी दुनिया के लिए हमारा देश को पर्यवरण सुधार के दिशा में एक रोल मॉडल के रूप में पेश किया जाए। उन्होंने कहा की आज पौधा लगाने से ज्यादा जरूरी लोगों को ये समझाना है कि हम पौधा क्यों लगाएं। एक व्यक्ति के जीवन कि 3 सबसे महत्वपूर्ण चीजे हैं- जल, वायु एवं मिट्टी, लेकिन इन तीनों प्रति हममे संवेदना ना के बराबर है तभी तो जल एवं वायु प्रदूषण से मरने वालों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। हमे सम्मिलित प्रयास से लोगों के बीच प्रकृति के प्रति संवेदना को जगाना है। उन्होंने कहा कि पर्यावरण पहल वृहद पौधरोपण अभियान 25 जुलाई 2024 से शुरू करेगी, क्योंकि अभी उतनी बारिश नहीं हुई है और धरती अंदर से गर्म है। इस परिस्थिति में पौधा का सही विकास संभव नहीं है, लेकिन कल भगवान जगन्नाथ जी के रथ यात्रा शुभ मुहूर्त पर हम सरायकेला में 200 पौधरोपण कर अपने अभियान का शुभारंभ करेंगे।
उसके बाद 24 जुलाई तक हम विभिन्न सोसाइटीज, स्कूल एवं कॉलेजों में गोष्ठी कर बच्चों एवं लोगों में प्रकृति प्रेम को जगाने का प्रयास करेंगे। बैठक में प्रकृति पेंट के संस्थापक मनोज सिन्हा, गायत्री परिवार से सुरेश लाल, स्वदेशी जागरण मंच के प्रांत चिकित्सा प्रमुख डॉ अनिल राय ने भी अपने अपने विचार रखे। धन्यवाद ज्ञापन संस्था के सह संयोजक अमर नाथ सिंह जी ने किया। बैठक में स्वदेशी जागरण मंच के अखिल भारतीय सह संघर्षवाहिनी प्रमुख बन्दे शंकर सिंह, मंजू ठाकुर, गुरजीत सिंह, अभिषेक बजाज, रामानंद लाल, राजपति देवी, इंद्रजीत सिंह, नीरू सिंह , किरनजीत कौर, जयंत श्रीवास्तव ,कंचन सिंह ,कौशल किशोर सिंह , राकेश दुबे, राकेश पांडे, सुनील कुमार, संजय अग्रवाल, देव कुमार, चंदन कुमार सिंह, सुखदेव सिंह, रवि सिंह, घनश्याम, मुकेश, देवी, सुमित सिंह, आदर्श सिंह उपस्थित रहे।
No comments:
Post a Comment