चक्रधरपुर। पश्चिम सिंहभूम के खुंटपानी अंतर्गत कोटसोना गाँव में रविवार को बरामद हुए लाश की पहचान हो गयी है। बताया जा रहा है की जिस युवक की कोटसोना गाँव में धारदार हथियार से पेट फाड़कर हत्या की गयी है। उसका नाम ठाडू तंतु है। वह रेल क्षेत्र के गैंगखोली का रहने वाला था। उसकी हत्या से गैंगखोली में रहने वाले लोग आश्चर्य में हैं, क्योंकि मृतक ठाडू एक अनाथ युवक था जो की बचपन से ही गुंगा था।
वह कुछ बोल नहीं पाता था। जब वह एक साल का था तब उसके माता पिता स्वर्ग सिधार गए थे और वह अनाथ हो गया था। वह भिक्षाटन कर जीवन यापन करता था। गैंगखोली के लोग उसे भोजन पानी देते थे। उसकी ना तो किसी से दुश्मनी थी और ना ही वह किसी गलत कार्य में संलिप्त था। वह काफी शांत स्वाभाव का था, लेकिन रविवार को उसकी निर्मम हत्या की घटना की सुचना के बाद से गैंगखोली के लोग सदमे में हैं।
रेल क्षेत्र के पूर्व वार्ड पार्षद सोमनाथ रजक और गैंगखोली वासियों ने मिलकर ठाडू का अंतिम संस्कार चक्रधरपुर के कुदलीबाड़ी शमशान घाट में किया। इसके बाद बुधवार को अन्य क्रियाक्रम किया जायेगा। पूर्व वार्ड पार्षद सोमनाथ रजक ने इस हत्याकाण्ड की निंदा करते हुए कहा है की एक गूंगे गरीब अनाथ युवक की इस तरह से निर्मम हत्या समझ से परे है।
पुलिस को इसकी गंभीरता से जांच करनी चाहिए। बताया जा रहा है की ठाडू के शव को पोस्टमार्टम के लिए चाईबासा सदर अस्पताल ले जाया गया था, लेकिन उसके शव का बिना पोस्टमार्टम किये वापस भेज दिया गया था। आशंका व्यक्त की जा रही है की ठाडू के पेट को फाड़कर उसके शरीर के आंतरिक अंग निकाल लिए गए होंगे। लोग बताते हैं की ठाडू के लापता होने से पहले बीते शुक्रवार को उसे एक सफ़ेद रंग की स्कोर्पियो कार के पास देखा गया था। स्कोर्पियो में सवार लोग उससे बात करने की कोशिश कर रहे थे। बता दें की इससे पहले भी कियाडपत्ता गांव जंगल के अन्दर चक्रधरपुर के रितेश गुप्ता की भी हत्या 10 अप्रैल को कर दी गयी थी और उसके लाश को लटका दिया गया था। जिसके हत्यारों को आज तक पुलिस ढूंढ तक नहीं पायी है। लगातार हो रही इस तरह की घटना से लोगों में भय का माहौल बन रहा है।
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