गुवा। पीएचईडी विभाग के पास खराब चापाकलों की मरम्मती हेतु जरुरी पाईप व अन्य उपकरणों की भारी किल्लतों की वजह से गंगदा पंचायत के 14 गांवों में स्थित दर्जनों खराब चापाकलों की मरम्मति नहीं होने की वजह से शुद्ध पेयजल की समस्या का समाधान नहीं होने से ग्रामीणों में भारी आक्रोश व्याप्त है। गंगदा पंचायत के मुखिया सुखराम उर्फ राजू सांडिल ने कहा कि हमारे पंचायत के गांवों में दर्जनों चापाकल खराब है। इसकी लिखित व मौखिक शिकायत पीएचईडी विभाग से कई बार किया गया।
पिछले दिनों इस समस्या को लेकर सलाई चौक पास सड़क जाम भी किया गया था जिसमें बीडीओ व पीएचईडी विभाग इसका समाधान हेतु आश्वासन दिये थे। अब आलम यह है की विभाग खराब चापाकलों को ठीक करने हेतु एक मिस्त्री बिना हेल्फर का भेज दिया है। हमने स्वंय 350 रूपये प्रतिदिन की मजदूरी देकर एक हेल्फर मिस्त्री को सहयोग हेतु दिया है। इसके अलावे कई खराब चापाकलों का पाईप सडा़ हुआ है, जिसे बदलना है। लेकिन विभाग कहता है कि पाईप नहीं है। फटे पाईप में रबर बांध जैसे तैसे काम चल रहा है। कई चापाकल का अन्य खराब पार्ट्स उपलब्ध नहीं होने के कारण बदला नहीं जा पा रहा है।
ऐसा हीं स्थिति सोलर चालित वर्षों से खराब जलमीनारों का भी है। दुईया समेत अन्य गांवों का जलमीनार का समरसेबल मोटर अथवा सोलर खराब है। इस वजह से लोगों को पानी की समस्याओं से जूझना पड़ रहा है। ऐसा हालात देख यहीं लग रहा है कि पीएचईडी विभाग चापाकल का पाईप व अन्य उपकरण कहीं दुकानों में बेच तो नहीं दे रही है। यह गंभीर मामला है जिसकी जांच होनी चाहिए।
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