जमशेदपुर। जल संसाधन विभाग के पूर्व मंत्री चंपई सोरेन के राईट हैंड चंचल गोस्वामी के द्वारा अवधेश कुमार को रेगुलर मुख्य अभियंता बनाने का मामला अधर में लटक गया है। ग्रामीण कार्य विभाग में किसी भी ऊंचे पद पर एसटी अभियंता नहीं है । चंपई सोरेन के भाजपा में शामिल होने की खबर आते ही प्रभारी मुख्य अभियंता अवधेश कुमार को बड़ा नुकसान होना तय चंपई सोरेन के भाजपा में शामिल होने से ग्रामीण विकास विशेष के प्रभारी मुख्य अभियंता अवधेश कुमार को भारी नुक्सान होने की चर्चा है। जी हां अवधेश कुमार जल संसाधन विभाग संवर्ग के एससी कोटा के अभियंता हैं। अवधेश कुमार जल संसाधन विभाग के मंत्री चंपई सोरेन को मैनेज कर नौ अभियंता के प्रोन्नति यानी रेगुलर अभियंता बनने का रोस्टर कार्मिक विभाग में भेजवाया गया है।
सूत्रों के अनुसार आठ अभियंता का रोस्टर भेजा जाना था, लेकिन चंचल गोस्वामी के द्वारा मंत्री को मैनेज कर नौवां नाम जोड़ा गया है। अब देखना यह है कि चंपई सोरेन के जेएमएम सरकार से इस्तीफा के बाद जो विभागीय मंत्री बनते हैं, जिससे अवधेश कुमार अपने मकसद को कामयाब बना सकते हैं। जल संसाधन विभाग के वरीय अभियंतागण हेमन्त सोरेन सरकार पर तंज कसते हुए कहते हैं कि बहुत जल्द ग्रामीण कार्य विभाग और जल संसाधन विभाग के साथ अवधेश कुमार परमानेंट ग्रामीण विकास विशेष के मुख्य अभियंता बने रहने का एमओयू साइन करने वाले हैं। हां यह वही अवधेश कुमार की चर्चा हो रही है, जिसकी धमक दिल्ली में बैठे जांच एजेन्सी भी सुन रहे हैं। कम समय में अवधेश कुमार पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन के काफ़ी नजदीकि माने जाने लगे हैं। सूत्रों के अनुसार अवधेश कुमार को रेगुलर मुख्य अभियंता बनाने का जिम्मा चंचल गोस्वामी ने ले रखा था। ऐसे भी अवधेश कुमार विगत एक दशक से क्रीमी लेयर पद का भोग कर रहे हैं।
एक समय जेल में बंद पूर्व मुख्य अभियंता बिरेंद्र राम भी क्रीमी लेयर पद का भोग किया करते थे। अवधेश कुमार जैसे चर्चित अभियंता के सपोर्टर मंत्री और पीएस भी जेल में बंद हैं। हां करोड़ो कैश कांड के आरोपी पूर्व मंत्री आलमगीर आलम और संजीव कुमार लाल ने ही योग्य और वरीय अभियंता को दरकिनार कर प्रभारी मुख्य अभियंता बनाने का काम किया है। अवधेश कुमार पर इरफान अंसारी भी काफी मेहरबान हैं, आखिर क्या वजह है कि अवधेश कुमार ही सबके चहेते बन जाते हैं, यह एक रिसर्च का मामला है, जो उच्च स्तर के केंद्रीय जॉच एजेन्सी के लैब में ही पता किया जा सकता है। अवधेश कुमार अपने पद का दुरुपयोग कर दूसरे विभाग के एजेंसी लघु सिंचाई प्रमंडल की निविदा का निष्पादन कर रहे हैं, जबकी जेएसआरआरडीए के मुख्य अभियंता जेपी सिंह, अभियंता प्रमुख जेपी सिंह, मुख्य अभियंता अवधेश कुमार हैं।
अवधेश कुमार लगातार वर्क्स में ही पोस्टेड रहें हैं। ग्रामीण कार्य विभाग में अधीक्षण अभियंता की कमी का ढिढोरा पीट कर उसका लाभ अवधेश कुमार को दिया जाता है। जल संसाधन विभाग के मंत्री चंपई सोरेन के राईट हैंड चंचल गोस्वामी के द्वारा अवधेश कुमार को रेगुलर मुख्य अभियंता बनाने का मामला अधर में लटका। किसी की भी सरकार रहे, अवधेश कुमार तीन से चार पद को हैंडल करते हैं। ग्रामीण कार्य विभाग में किसी भी ऊंचे पद पर एसटी अभियंता नहीं है।
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