गुवा। झारखण्ड मजदूर संघर्ष संघ के केन्द्रीय अध्यक्ष रामा पाण्डेय अपने प्रतिनिधि मंडल के साथ सेल, गुवा के सीजीएम कमल भाष्कर एवं जेजीओएम के सीजीएम धीरेन्द्र मिश्रा से मुलाकात कर मांग पत्र सौंपा एवं 15 दिनों के अंदर सभी लंबित मांगो को पूर्ण करने अर्थात औद्योगिक अशान्ति का सामना करने हेतु तैयार रहने की बात कही। रामा पाण्डेय ने कहा कि विभिन्न मांगों को लेकर गुवा खदान में स्लो डाउन आंदोलन प्रारम्भ किया गया था।
जिस दौरान बीते 12 जुलाई को मजदूरों के मांगों को लेकर सेल की मेघालया गेस्ट हाउस में एक त्रिपक्षीय बैठक हुई थी। जिसमें पूर्व मुख्य मंत्री मधु कोडा, पूर्व सांसद गीता कोडा़, सेल प्रबंधन एवं मजदूर यूनियन की उपस्थिति में ये समझौता हुआ था कि गुवा एवं आस-पास के ग्रामीण क्षेत्र के 500 स्थानीय शिक्षित युवा बेरोजगारों को काम पर बहाल किया जाएगा, परन्तु इस पर अब तक कोई सकारत्मक पहल नहीं की गई है जो दुर्भाग्यपूर्ण है, इसे पूरा किया जाये। मिडिल स्कूल, गुवा की शिक्षा स्तर में सुधार तथा शिक्षकों की कमी की समस्या दूर किया जाए। स्थाई तथा अस्थाई कार्मियों के आवासों को पूर्ण रूप से मरम्मत किया जाए तथा शौचालय एवं स्नानगृह में टाईलस लगाया जाए, टाउनशीप का भी सौंदयीकरण किया जाए।
विषेशज्ञ चिकित्सकों की नियुक्ति, अल्ट्रासोनोग्राफी के लिए रेडियोलोजिस्ट की मी नियुक्ति, जब तक रेडियोलोजिस्ट की नियुक्ति नहीं कि जाती है तब तक कोई कर्मी बाहर से अल्ट्रासोनोग्राफी करता है तो उसके बिल को रिम्बर्स आदि समस्याओं का समाधान कर स्वास्थ्य सेवा में सुधार किया जाये। नोवामुण्डी कॉलेज जाने हेतु विद्याथियों के लिए बस की सुविधा प्रदान की जाए। सभी विभागों के लिए डाउन ब्रेक प्रामोशन पॉलिसी लागू किया जाए। स्वच्छ पेय जल हेतू सभी आवासों में एक्वागार्ड की सुविधा दी जाए। कर्मी परिवहन सेवा में जो बसों का उपयोग किया जा रहा है उन वाहनों की स्थिति काफी जर्जर है, जिसके कारण हमेशा दुर्घटना की सम्भावना बनी रहती है, उनके स्थान पर नई बसें उपलब्ध कराई जाए।
गुवा चिकित्सालय के लिए सभी आपातकालीन सुविधाओं से सुसज्जित नई एम्बुलेंस उपलब्ध किया जाए। खदान क्षेत्र में फस्ट एड सेन्टर में तीनों पाली में प्रशिक्षित फस्ट एड कर्मी एवं एम्बुलेंस की सुविधा, समान कार्य के बदले समान वेतन भुगतान, 39 महीने का बकाया एरियर का भुगतान, 20 फीसदी बोनस भुगतान किया जाये। गुवा अयस्क खान में डिप्लोमा एवं आई.टी.आई उत्तीर्ण छात्रों को एपरेन्टीसशीप में नियुक्त किया जाए आदि मांगे शामिल है।
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