जमशेदपुर। झारखण्ड राज्य पंचायत सचिव संघ की मुख्यमंत्री को पूर्व समर्पित पत्र के आलोक में संघ द्वारा चरणवद्ध आन्दोलनात्मक कार्यक्रम के पश्चात पुनः आज दिनांक 27.08.2024 को राजभवन के समक्ष एक दिवसीय धरना सम्पन्न हुई। संघ के राज्याध्यक्ष लखन प्रसाद रजक के द्वारा सभा को संचालन करते हुए अपने संबोधन में कहा कि भारत बंद के बावजुद राज्य के कोने-कोने से भारी संख्या में उपस्थित पंचायत सचिवों के जज्बा को हार्दिक अभिनन्दन, धन्यवाद करते हैं। कार्यक्रम पूर्व निर्धारित है। पंचायत सचिव सामना करने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं चाहे हड़ताल जैसी कड़ी निर्णय ही क्यो न लेनी पड़े। संघ के महामंत्री जितेन्द्र सिंह बड़ाईक ने अपने संबोधन में कहा कि लगभग दो (2) माह के पश्चात भी विभाग द्वारा सुधी नहीं लिये जाने के कारण पंचायत सचिवों में भारी आक्रोष है। संघ की पूर्व निर्धारित जायज मांगों के प्रति शिथिलता के विपरित अत्याधिक कार्यबोझ दिये जाने के कारण आंन्दोलित पंचायत सचिव हड़ताल में जाने के लिए विवश है।
आज से राज्य के तमाम जिलों से उपस्थित पंचायत सचिव वक्ताओं ने आक्रोष प्रगट करते हुए कहा कि सरकार द्वारा संचालित विकास योजनाओं को धरातल में उतारने का दायित्व पंचायत सचिवों के कंधों पर है। दुर्गम से दुर्गम स्थानों से निकालकर जिला तथा राज्य तक दिन-रात कड़ी परिश्रम करके राज्य सरकार को उपलब्धि दिलाना, चाहे अबुआ आवास हो या मईयां सम्मान योजना हो , हम सभी पंचायत सचिवों के कंधों पर जबरजस्ती लादकर पहुँचाने का दायित्व दिया गया है। इसके बावजुद संघ की वर्षों लम्बित जायज माँगों पर विभाग की शिथिलता के कारण संघ अपने आंदोलन को और उग्र करने के लिए विवश है।
सभा को राष्ट्रिय संगठन सचिव सह संरक्षक अशोक कुमार सिंह, महासंघ के महामंत्री अशोक कुमार सिंह 'नयन', संघ के संरक्षक रूपलाल महतो ने अपने सभी जिला पंचायत राज पदाधिकारी को सूचनार्थ एवं आवश्यक कार्रवाई हेतु समर्पित किया गया जिसकी प्रतिलिपि सभी प्रखण्ड विकास पदाधिकारी झारखण्ड राज्य को सूचनार्थ एवम अशोक कुमार सिंह राष्ट्रीय संगठन सचिव को सूचनार्थ प्रेषित की गई है । इसी कड़ी में आज जमशेदपुर में भी डीसी कार्यालय के सामने अनिश्चित काल के लिए धरना पर बैठने की बात कही है । धरना प्रदर्शन के प्रथम दिन अतिथि के रूप में संघ के राज्य स्तरीय नेता डॉक्टर मनोज सिन्हा भी मुख्य रूप से उपस्थित रहे ।
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