गुवा। बाईहातु गांव स्थित चबूतरा में रविवार को मुंडा चिंतामणी चाम्पिया की अध्यक्षता तथा मनोहरपुर प्रखण्ड प्रमुख गुरुवारी देवगम की उपस्थिति में आयोजित महत्वपूर्ण ग्राम सभा की बैठक से एक दिन पूर्व हीं बंगाल से आया दो संदिग्ध राज मिस्त्री ने अपनी-अपनी पत्नियों व समानों को लेकर गांव से फरार हुआ। उल्लेखनीय है कि सारंडा स्थित छोटानागरा पंचायत अन्तर्गत बाईहातु गांव निवासी दो अलग-अलग आदिवासी युवतियों से बंगाल का गैर आदिवासी राज मिस्त्रियों ने शादी कर अपनी अपनी पत्नी के साथ बाईहातु स्थित ससुराल में रह रहा था। ससुराल में रहकर हीं दोनों भाई छोटानागरा क्षेत्र में राज मिस्त्री का काम कर रहा था।
बताया जाता है कि इससे पहले दोनों अन्यत्र काम करता था, वहीं गांव की दोनों आदिवासी युवती मजदूरी करती थी। जिसे प्रेमजाल में फांस दोनों शादी कर लिया। बाद में दोनों अपनी अपनी पत्नी के साथ बाईहातु गांव में अपने-अपने ससुराल में रहने लगा। इस दौरान बाईहातु में हीं एक युवती ने बच्चे को जन्म दिया। इस बात की जानकारी बाईहातु व आसपास गांव के ग्रामीणों को जब लगी तो चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया। इस दौरान बाईहातु के ग्रामीणों ने कुछ दिन पूर्व गांव में बैठक बुलाकर दोनों बाहरी गैर आदिवासी राज मिस्त्रियों को गांव छोड़ने का फरमान सुनाया था। इस फरमान के बावजूद दोनों संदिग्ध अपने-अपने ससुराल में पत्नी के साथ रहते रहे।
इससे बाईहातु समेत आसपास के गांवों के ग्रामीणों में भी आक्रोश बढ़ता गया। इसके बाद छोटानागरा में विभिन्न गांवों के मानकी-मुंडाओं ने बाईहातु में रविवार को ग्रामसभा का बैठक आयोजित करने का निर्णय लिया था। आज बैठक भी आयोजित किया गया। लेकिन उससे पहले हीं दोनों संदिग्ध राज मिस्त्री बाईहातु निवासी दो आदिवासी युवती, एक मासूम बच्चा व जरुरी समानों के साथ लेकर अन्यत्र चला गया। पंचायत ने फैसला सुनाया की दुबारा ऐसी घटना गांव में नहीं होनी चाहिए। क्योंकि हम जिस व्यक्ति का आचरण, गांव, समाज, परिवार, आदि को जानते नहीं हैं उससे शादी-व्याह कैसे कर सकते हैं। ऐसा गलत कदम उठाने की वजह से हीं हमारी बहन-बेटियां अनेक प्रकार का हिंसा, शोषण आदि का शिकार होती है। यह गंभीर मामला है। ऐसी घटनायें दुबारा नहीं हो इस हेतु सभी गांव के मुंडा अपने-अपने गांवों में बैठक कर जागरुकता फैलाने का काम करेंगे।
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