पोटका। रंभा शैक्षणिक संस्थान समूह में आज विश्व आदिवासी दिवस का आयोजन किया गया। जिसमें वनवासी परंपरा के अनुसार अतिथियों का स्वागत और अभिनंदन किया गया। समारोह के मुख्य अतिथि रहे काॅलेज के चेयरमैन रामबच्चन जी। दीप प्रज्वलन और स्वागत गीत की मधुरता से वातावरण गुंजित हो गया। अतिथि चेयरमैन रामबच्चन जी और प्राचार्या डॉक्टर कल्याणी कबीर को पौधा देकर उनकी उपस्थिति का अभिनंदन किया गया। कॉलेज के अध्यक्ष राम बच्चन ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि " इस तरह के आयोजन देश की इन्द्रधनुषी संस्कृति से हमारा परिचय कराती है और हम अन्य सभ्यता - संस्कृति को समझ पाते हैं।"
प्रिंसिपल डॉक्टर कल्याणी कबीर ने कहा कि "प्रकृति के प्रति प्रेम और समर्पण का भाव आदिवासी परंपरा से सीखने की जरूरत है।" असिस्टेंट प्रोफेसर मंजू गगराई ने विश्व आदिवासी जीवन के बारे में जानकारी दी। आदिवासी संस्कृति को प्रदर्शित और प्रतिध्वनित करते हुए बी एड और नर्सिंग के छात्र - छात्राओं के द्वारा गीत और नृत्य की प्रस्तुति भी की गई। संताली नृत्य और हो भाषा की कविता ने सबका मन मोह लिया। आदिवासी पारंपरिक परिधान में फैशन शो का भी आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का संचालन किया दुसमा, नागेश्री और सुशीला ने और धन्यवाद ज्ञापन दिया सुशीला सुंडी ने। इस आयोजन में संस्थान के सभी विभाग के फैकल्टी और स्टूडेंट्स उपस्थित थे। काॅलेज के सचिव गौरव बच्चन ने अपने शुभकामना संदेश में कहा कि हम सभी को सरलता और सहजता से जीवन जीने की कुशलता आदिवासी समुदाय से सीखनी चाहिए।
No comments:
Post a Comment