गुवा। बीएसएफ का हेलिकॉप्टर अचानक 3 सितम्बर को दोपहर लगभग सवा ग्यारह बजे मेघाहातुबुरु मैदान स्थित हेलिपैड पर उतरने के बाद लोगों की भीड़ हेलिकॉप्टर देखने व उतरने का कारणों को जानने हेतु मैदान तरफ दौडी़। पौने एक घंटा के अन्तराल पर यह हेलिकॉप्टर तीन बार उतरा व जवानों को लेकर उडा़न भरा। इस बीच सीआरपीएफ 26 बटालियन के जवानों को बैग लिये हेलिकॉप्टर में चढ़ते देखा गया।
हालांकि यह एक सामान्य प्रक्रिया बताई गई, क्योंकि नक्सल प्रभावित क्षेत्र में तैनात सीआरपीएफ जवान जब भी समूह में अपने अपने घर छुट्टी पर जाते हैं तो उनकी सुरक्षा के मद्देनजर सारंडा से राँची अथवा अन्य स्थान पर हेलिकॉप्टर से हीं भेजा जाता है। वहां से ये जवान अपनी सुविधा अनुसार विभिन्न वाहनों अथवा ट्रेन से अपने गणतव्य की ओर जाते हैं। छुट्टी पर जाने वाले जवानों को वाहनों से सुरक्षित जोन में भेजने हेतु काफी संख्या में जवानों को आरओपी पर तथा सर्च अभियान में लगाया जाता है।
ऐसे में कई बार नक्सली एम्बुस में भी जवान फंस जाते हैं, लेकिन इस व्यवस्था से सब कुछ सुरक्षित रहता है तथा जवानों को भी काफी कम समय अपने गणतव्य तक पहुंचने में लगता है।
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