Guwa (Sandeep Gupta) । सारंडा के छोटानागरा पंचायत स्थित झाड़बेडा़ गांव निवासी पायकेरा केराई का तीन वर्षीय पुत्र की मौत बेहतर इलाज के अभाव में 4 नवम्बर की शाम में हो गया। इस घटना से परिवार व ग्रामीणों में शोक की लहर है। झाड़बेडा़ निवासी मंगरा ने बताया की मृतक बच्चा को बुखार आ रहा था। परिजन 4 नवम्बर को सुबह लगभग 10 बजे छोटानागरा स्थित सरकारी अस्पताल ले गये। अस्पताल में जाँच के दौरान वह मलेरिया से ग्रसित पाये जाने के बाद जरुरी दवाइयां मिला, लेकिन शाम 4 बजे तक उसकी मौत हो गई।
ग्रामीणों ने बताया की सारंडा का पूरा क्षेत्र मलेरिया का कोर जोन है। छोटानागरा में 20 बेड का अस्पताल भवन तो बना दिया गया है लेकिन यहाँ नियमित चिकित्सक, मरीज को भर्ती करने, एम्बुलेंस आदि कोई सुविधा नहीं है। हर वर्ष दर्जनों ग्रामीण मलेरिया से ग्रसित होकर गांव में हीं मारे जाते हैं, जिसकी जानकारी स्वास्थ्य विभाग व सरकार तक नहीं पहुंच पाता है। सारंडा क्षेत्र में मरीजों को गांव से अस्पताल पहुंचाने हेतु एम्बुलेंस व अन्य आवागमन की कोई सुविधा नहीं है।
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