Guwa (Sandeep Gupta) । केन्द्रीय विद्यालय, मेघाहातुबुरु प्रबंधन ने पहले चरण में कक्षा 9 से 12 तक के लिए अपार (एपीएआर) आईडी बनाई है। अब कक्षा बालवाटिका से कक्षा आठ तक के लिए अपार आईडी बनाया जायेगा। उक्त जानकारी प्राचार्य डा0 आशीष कुमार ने दी। उन्होंने बताया की एपीएआर (अपार) जिसका मतलब है स्वचालित स्थायी शैक्षणिक खाता रजिस्ट्री, जो एक विशेष पहचान प्रणाली है जो भारत के सभी छात्रों के लिए बनाई जा रही है। यह पहल सरकार द्वारा शुरू किए गए 'एक राष्ट्र, एक छात्र आईडी' कार्यक्रम का हिस्सा है, जो 2020 की नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप है।
अपार आईडी एक 12 अंक वाली कोड है जो छात्रों को अपने सभी शैक्षणिक क्रेडिट, जैसे स्कोर कार्ड, मार्कशीट, ग्रेड शीट, डिग्री, डिप्लोमा, प्रमाणपत्र और सह-पाठ्यक्रम उपलब्धियों को डिजिटल रूप से संग्रहीत, प्रबंधित और एक्सेस करने में मदद करेगा। यह आईडी शिक्षा पारिस्थितिकी तंत्र में छात्र के लिए एक स्थायी डिजिटल पहचान के रूप में कार्य करती है। अपार शिक्षा में जवाबदेही और पारदर्शिता सुनिश्चित करता है, छात्र की प्रगति को ट्रैक करता है और शैक्षणिक रिकॉर्ड को सुव्यवस्थित करता है। यह दक्षता बढ़ाता है, दोहराव को हटाता है, धोखाधड़ी को कम करता है और सह-पाठ्यक्रम उपलब्धियों को समग्र छात्र विकास के लिए शामिल करता है।
अपार के कई उपयोग के मामलों के साथ छात्र गतिशीलता को सुगम बनाना, शैक्षणिक लचीलापन बढ़ाना, छात्रों को अपनी पसंद के अनुसार अध्ययन के मार्ग चुनने का अधिकार देना, अध्ययन उपलब्धियों को मान्यता और सत्यापित करना आदि शामिल है। चूंकि अतिरिक्त प्रमाणपत्र प्रदान करने की आवश्यकता नहीं है, केवल अपार आईडी साझा करने से सभी क्रेडेंशियल्स संग्रहीत होते हैं, इसलिए हार्ड कॉपी प्रमाणपत्र खोने का कोई डर नहीं है। यह स्कूल से स्कूल में ट्रांसफर, प्रवेश परीक्षा, भर्ती, कौशल विकास, और अपस्किलिंग जैसे सभी प्रकार के उपयोग के मामलों के लिए उपयोगी है।
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