Guwa (Sandeep Gupta) । नक्सली संगठन भाकपा माओवादी की बिहार-झारखण्ड स्पेशल एरिया कमेटी ने अपने प्रभाव क्षेत्र सारंडा, कोल्हान व पोडा़हाट वन प्रमंडल क्षेत्र के जंगलों में पर्चा, बैनर-पोस्टर वार कर विधानसभा चुनाव का बहिष्कार करने की अपील तथा जनता की वैकल्पिक जनसत्ता का निर्माण करने की बात करना प्रारम्भ कर दिया है। हालांकि नक्सलियों का इस बैनर-पोस्टर वार का थोडा़ भी असर राजनीतिक पार्टियों के चुनाव प्रचार व मतदाताओं, आम जनता पर उनके प्रभाव वाले क्षेत्रों में नहीं दिख रहा है।
नक्सलियों द्वारा जो पत्र जारी किया गया है उसमें भाजपा एवं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के अलावे अंबानी-अडाणी, टाटा-बिड़ला, जिंदल-मित्तल आदि बडी़ कंपनियों व पूंजीपति घरानों के खिलाफ जमकर प्रहार एवं झारखण्ड की हेमंत सोरेन की सरकार पर थोडा़ नरमी दिखाई गई है। इसके अलावे जनता की जन सरकार निर्माण करने हेतु जनयुद्ध व जन आन्दोलन को तेज करने, चुनाव के जरिए सरकार बदल कर जनता की एक भी बुनियादी समस्या का हल नहीं होता है, बुनियादी समस्या हल करना है तो व्यवस्था को बदलने, शोषणमुक्त झारखण्ड राज्य व जनता की जनवादी सरकार निर्माण के संघर्ष को तेज करने, जनता की जनवादी सत्ता व सरकार का निर्माण कर सीएनटी-एसपीटी एक्ट की रक्षा करने, जल-जंगल-जमीन पर जनता का अधिकार कायम करने, सरकार द्वारा गैरमजरूआ जमीन छीनकर लैंडबैंक व लैंडपुल बनाकर पूंजीपतियों को देने से बचाने, जमीन पर जोतने वालों का अधिकार कायम कराने, कोल्हान-सारंडा सहित झारखंड के विभिन्न वन क्षेत्रों में दिन-रात मोर्टार-गोला का इस्तेमाल रोकने, लूटेरे टाटा-बिड़ला, जिंदल-मित्तल, अंबानी-अडाणी और उसका साथी भाजपा नेताओं को मार भगाने के बाद बंगलादेशी घुसपैठिए पर विचार करने,ऑपरेशन कगार को तत्काल बंद करने, गांव-गांव से पुलिस कैम्प वापस करने आदि के अलावे वोट का अह्वान किया है।
नक्सली जंगल में भारी पैमाने पर लाल व सफेद कपडे़ पर नारे लिखकर रखे हुये हैं जो पूरे क्षेत्र में लगाने की तैयारी में हैं।
No comments:
Post a Comment