Jamshedpur (Nagendra) । सिंहभूम चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के द्वारा 28 नवंबर को चैम्बर भवन में 75वें इनकॉर्पोरेशन डे के रूप में मनाया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में टाटा स्टील के उपाध्यक्ष (रॉ मैटेरियल) डी.बी. सुंदरामम एवं पूर्व अध्यक्षगण उपस्थित थे। कार्यक्रम में व्यापारी एवं उद्यमीगण पूर्व अध्यक्षों से अनुभवों से चैम्बर की 74 वर्षों की विकास गाथा से अवगत हुये। इस अवसर पर चैम्बर में आकर्षक विद्युत सज्जा की गई। इस अवसर पर मंच संचालन करते हुये मानद महासचिव मानव केडिया ने उपस्थित अतिथियों का स्वागत किया तत्पश्चात अतिथियों के द्वारा केक कटिंग कर कार्यक्रम की शुरूआत की गई। इस अवसर पर अध्यक्ष विजय आनंद मूनका ने अपना अध्यक्षीय भाषण देते हुये कहा कि आज इस अवसर पर मुझे आप सबों को संबोधित करते हुये एक विशेष गौरव की अनुभूति हो रही है।
यह हम सबों के लिये हर्ष की बात है कि व्यापारियों का यह मंदिर अपने अतीत के 74 गौरवशाली वर्ष पूर्ण कर 75वे वर्ष मेें प्रवेश कर रहा है। हमारे पूर्व अध्यक्षों ने जो सपना संजोया था हम उसे पूरा करने के लिये लगातार आगे बढ़ रहे है। 1946-47 के आसपास व्यवसायी और उद्यमी हित को ध्यान में रखकर शहर के प्रबुद्ध व्यापारियों का जुटान हुआ और इसे व्यापारिक संघ का नाम दिया गया जो बाद में जमशेदपुर चैम्बर के नाम से जाना जाने लगा। जिसका 28 नवंबर 1950 को कंपनीज एक्ट में रजिस्ट्रेशन कराया गया। पूर्व अध्यक्षों के अथक परिश्रम से टाटा स्टील से इसके लिये जमीन का आवंटन कराकर इसकी नींव रखी गई। उन्होंने कहा कि उपर के भवन का निर्माण करना आसान होता है लेकिन नींव रखना हमेशा कठिन होता है।
हम समझ सकते हैं उस वक्त आर्थिक परेशानियों के बावजूद पैसे इकट्ठे कर इसका निर्माण कार्य शुरू किया गया। इसमें हमारे पूर्व अध्यक्षी स्व. नगीन भाई पारीख का महत्वपूर्ण योगदान शामिल है। हम उन्हंे एवं हमारे पूर्व ऐसे अध्यक्षगण जो अब इस दुनिया में नहीं है इस अवसर पर श्रद्धांजलि एवं श्रद्धा सुमन अर्पित करते हैं तथा हमारे अन्य अध्यक्षगण जिनका हमें आज मार्गदर्शन मिलता है उन्हें साधुवाद देते हैं कि उन्होंने आज हमारे समक्ष इस गौरवमयी दिन के साक्षी होने की नींव रखी। आज का दिन स्मरणीय और यादगार पल है। व्यापार उद्योग का स्वरूप बदल रहा है, तकनीक का उपयोग हो रहा है ऐसे वक्त में हमारे पदाधिकारी अच्छे ढंग से कार्य कर रहे हैं और व्यापारी उद्यमियों की अपेक्षाओं पर खरा उतर रहे हैं। हम उन्हें भी धन्यवाद देते हैं। उन्होंनें कहा हम 75वंे वर्ष में प्रवेश कर रहे हैं जिसे हम वर्ष पर उत्सव के रूप में मनायेंगे। इस अवसर पर मुख्य अतिथि टाटा स्टील के उपाध्यक्ष डी.बी. सुंदरामम ने कहा कि चैम्बर आज दिन प्रतिदिन अच्छा कार्य कर रही है तो इसे यहां तक लाने वाले पूर्व अध्यक्षगणों एवं इससे जुड़े सदस्यों को काफी गर्व की एहसास हो रहा होगा। क्योंकि जब एक बच्चा अच्छा करता हैं तो उनके अभिभावक को खुशी की अनुभूति होती है।
आज इस वक्त पूर्व अध्यक्षों को देखकर ऐसा प्रतीत हो रहा है कि पूर्व अध्यक्षों को यहां जितनी प्यार और सम्मान मिलता है वह किसी और संस्था में नहीं मिलता होगा। सिंहभूम चैम्बर इतने लंबे समय से चला आ रहा है तो यह समझ सकते हैं कि पूर्वजों की इसकी नींव कितनी मजबूती के साथ रखी होगी। चैम्बर व्यवसायी उद्यमी के इतर सामाजिक क्षेत्र में अच्छा कार्य कर रही है। टाटा स्टील को जब भी किसी कार्य को पूरा करने में जरूरत महसूस हुई चैम्बर साथ खड़ा रहा। चाहे वह व्यवसाय उद्योग से संबंधित कार्य हो, सामाजिक क्षेत्र से जुड़े जनहित के कार्य हो। चैम्बर ने इन मुद्दों पर अपनी सहमति असमहित हमेशा सामझा की है। इसके लिये हमें चैम्बर को धन्यवाद देता हूं और कंपनीज एक्ट में रजिस्टेªशन के 74 गौरवशाली वर्ष पूरे कर 75वें वर्ष मंे प्रवेश करने के लिये शुभकामनायें देता हूं। पूर्व अध्यक्ष मुरलीधर केडिया ने अपने अनुभव साझा करते हुये कहा कि एक छोटे से कमरे से शुरूआत कर चैम्बर आज यहां तक पहुंचा है यह देखकर खुशी का अनुभव होता है।
किसी भी संस्था की मजबूती उसके सदस्यांे की संख्या बल से नहीं आंकी जा सकती है,बल्कि उसके द्वारा किये जा रहे कार्यों और मजबूती के साथ अपनी बातों को रखने से उनकी मजबूती दिखती है। चैम्बर इसका एक उदाहरण है। आज चैम्बर में 2000 के लगभग सदस्य है लेकिन उस वक्त इतनी संख्या नहीं थी लेकिन फिर भी हम अपनी बातों को मजबूती के साथ रखते थे और सरकार, प्रशासन और कॉर्पोरेट कंपनियों को अपनी बातों को मनवाते थे। चैम्बर की ही आवाज की देन है कि आज टाटा मेन हॉस्पिटल में नन एम्पलाई का ईलाज होता है। पूर्व अध्यक्ष ए.के. श्रीवास्तव ने भी अपने अनुभव साझा करते हुये कहा कि पहले चैम्बर ऑफ कॉमर्स नाम से इसका संचालन होता था बाद में बदलाव कर इसमें इंडस्ट्री शब्द जोड़ा गया। हमें खुशी हो रही है कि चैम्बर अपने रजिस्टेªशन के 74 वर्ष पूर्ण कर 75वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है तो एक मजबूत स्थित में है। पूर्व अध्यक्ष जी.आर. गोलछा ने कहा कि पूर्व अध्यक्षों की मेहनत और लगन ने चैम्बर को यहां तक पहुंचाया है। तब की स्थिति और आज की स्थिति में काफी अंतर था। जिनहोंने भी इसके निर्माण में अपना सहयोग दिया है उसे धन्यवाद देते हैं। चैम्बर आगे बढ़ता गया और कारवां आगे बढ़ता गया। पूर्व अध्यक्ष निर्मल काबरा ने भी इस अवसर पर उपस्थित सदस्यों को शुभकामनायें दी और कहा कि यह चैम्बर के लिये बहुत गौरव का दिन है। हम अपने संघर्षों के बलबूते यहां खड़े हैं यह बहुत बड़ी उपलब्धि है।
पूर्व अध्यक्ष उमेश कांवटिया ने सदस्यों को संबोधित करते हुये कहा कि चैम्बर ने हाल के दिनों मेें काफी विकास किया है और यह लगातार व्यवसायी एवं उद्यमी हित को ध्यान में रखकर अच्छा कार्य कर रही है। अंत में धन्यवाद ज्ञापन उपाध्यक्ष, व्यापार एवं वाणिज्य अनिल मोदी ने करते हुये कार्यक्रम का समापन किया। समारोह में उपाध्यक्ष अधिवक्ता राजीव अग्रवाल, अभिषेक अग्रवाल गोल्डी, सचिव अंशुल रिंगसिया, सुरेश शर्मा लिपु, कोषाध्यक्ष सीए अनिल रिंगसिया के अलावा विपिन भाई अडेसरा, राज पारीख, कृपाशंकर मूनका, दीपक भालोटिया, पीयूष गुप्ता, सौरव संघी सन्नी, हर्ष बाकरेवाल, आकाश मोदी, कौशिक मोदी, मनोज गोयल, श्रवण देबुका, नवलकिशोर वर्णवाल, श्रवण देबुका, सतीश सिंह, सांवरमल अग्रवाल, उमेश खिरवाल, राजेश मित्तल, चन्द्रकांत जटाकिया, पवन नरेडी, अभिषेक बजाज, मुकेश मित्तल, प्रदीप गुप्ता, प्रकाश मोदी के अलावा काफी संख्या में व्यवसायी एवं उद्यमी उपस्थित थे।
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