Jamshedpur (Nagendra) । पूर्वी घोड़ाबंधा क्षेत्र के पंचायत समिति सदस्य आशीष पाल पर बुधवार रात झामुमो समर्थक मदन गोराई, राजू राणा समेत कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा हमला किए जाने का मामला सामने आया है। यह हमला, जय श्रीराम बोलने और गौ रक्षा में आशिष पाल की सक्रिय भूमिका के कारण हुई बताई जा रही है। घटना के मुताबिक, आशीष पाल रात करीब 10:30 बजे भाजपा कार्यालय से अपने घर लौट रहे थे, तभी मदन गोराई और राजू राणा सहित 20-25 लोगों ने उन्हें रास्ते में रोक लिया।
इस दौरान हमलावरों ने आशीष पर न केवल हमला किया, बल्कि उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी। हमले के दौरान मदन गोराई ने आशीष को गाली-गलौज करते हुए कहा, "तुम गौ रक्षा करते हो और जय श्रीराम लिखते बोलते हो, तो हम तुम्हें घोड़ाबंधा में नहीं रहने देंगे।" आरोप है कि राजू राणा ने आशीष के गले में पहनी हुई 'रुद्राक्ष' की माला को जबरन खींचकर दूर अंधेरे में फेंक दिया और उनके माथे पर लगा धार्मिक चंदन टीका को मदन गोराई ने जबरन मिटा दिया। घटना के बाद आशीष काफी डरे और आहत महसूस कर रहे हैं, उनका कहना है कि उनके धार्मिक और व्यक्तिगत सुरक्षा पर हमला हुआ है, जिससे वह बेहद चिंतित हैं। उन्होंने इस प्रकरण की लिखित इत्तिला गोविंदपुर थाना को दिया है। घटना की सूचना मिलने पर जुगसलाई सीट से एनडीए प्रत्याशी रामचंद्र सहिस गुरुवार को आशीष पाल से मिलने उनके घोड़ाबंधा स्थित घर पहुंचे।
सहिस ने इस मामले पर नाराजगी जताते हुए कहा कि भाजपा और आजसू के कार्यकर्ता इस तरह के हमलों से डरने वाले नहीं हैं। उन्होंने गोविंदपुर थाना प्रभारी से मुलाकात कर इस प्रकरण पर सख्त कार्रवाई की मांग की है और दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने का आग्रह किया है। भाजपा और आजसू ने इस हमले की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाएं न केवल क्षेत्र में कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़ा करती हैं, बल्कि कार्यकर्ताओं के मनोबल को भी प्रभावित करती हैं। कहा की राजनीतिक शुचिता का स्तर इतना गिरा दिया है कि झामुमो के लोग जय श्रीराम कहने पर पाबंदी लगाने लगे हैं, लोगों को मारा-पीटा जा रहा है, यह धार्मिक स्वतंत्रता पर अतिक्रमण है. घोड़ाबंधा क्षेत्र में अराजकता बढ़ गई है, हिंदुओं को नफ़रत की निगाहों से देखना घटिया स्तर की राजनीति है।
भाजपा और आजसू पार्टी के नेताओं ने प्रशासन से इस तरह के हमलों पर रोक लगाने और दोषियों को कड़ी सजा दिलाने की मांग की है। इस दौरान विशेष रूप से रामचंद्र सहिस, कन्हैया सिंह, गणेश सोलंकी, कमलेश सिंह, राधेश्याम सिंह, पवन सिंह, अजय सिंह भोला, अप्पू तिवारी, संजय मालाकार, जुगनू वर्मा, संजय सिंह, जितेंद्र राय, शैलेश सिंह, शंभू श्रवण, संतोष सिंह, अंकित आनंद, पंकज मिश्रा, संजय गोराई, अशोक स्वामी, दीपक पाल,सुधीर सिंह ललन झा, राजेंद्र सोनकर, संगीता कुमारी, प्रकाश विश्वकर्मा, अशोक सिंह, मुद्रिका सिंह, समेत सैकड़ो कार्यकर्ता मौजूद रहे।
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