Jamshedpur (Nagendra) : बिरसा नगर में मौजूद पेयजल, बिजली और शिक्षा की बदतर हालात के लिए कौन जिम्मेदार है तीस वर्षों में भी यदि बिरसा नगर वासियों को पीने का स्वच्छ पानी, बच्चों के लिए बेहतर सरकारी स्कूल के साथ-साथ यहां के लोगों के पास इलाज के लिए एक अस्पताल भी नहीं है तो फिर इसके जिम्मेदार लोगों को क्या फिर से उनके जनप्रतिनिधित्व करने का मौका मिलना चाहिए ? यह सवाल उठे बिरसा नगर के संडे मार्केट मैदान में शनिवार शाम को आयोजित जनसभा में और इसके लिए हामी भरी वहां मौजूद हजारों बिरसा नगर वासियों ने। जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे निर्दलीय उम्मीदवार शिव शंकर सिंह ने इन सवालों को उठाते हुए कहा कि बिरसा नगर और समस्त जमशेदपुर पूर्वी की जनता ने उन्हें जनप्रतिनिधि बनने का मौका दिया तो उनकी पहली प्राथमिकता इन सभी समस्याओं का समाधान करना होगा, क्योंकि वह नेता नहीं हैं और न ही नेता की तरह लच्छेदार भाषण देकर वादा करना जानते हैं।
बिरसा नगर की समस्याओं को गिनाते हुए निर्दलीय उम्मीदवार शिव शंकर सिंह ने कहा कि यहां एक और बड़ी समस्या यहां के घरों के छतों के ऊपर से गुजरते 11 हजार वोल्ट के तारों की है, जिसके कारण लोग हमेशा किसी अनहोनी की आशंका में रहते हैं, लेकिन विधायक बनने के बाद उनका प्रयास होगा कि इन तारों को हटाना ताकि यहां रहने वाले लोग अपने आप को सुरक्षित महसूस कर सकें। जनसभा में बिरसा सेवा दल के सदस्यों की प्रमुख हिस्सेदारी रही जिसमें शंकर कर्मकार के अलावा राजू कर्मकार, शीतल दास, संदीप सामंत, अमित राम, जीतेंद्र, जॉन मसीह समेत बिरसा नगर को बसाने वाले बुजुर्गों, पुरूषों और महिलाएं मंच पर मौजूद रही।
शिव शंकर सिंह ने सभी को शाल ओढ़ाकर और अंग वस्त्र देकर उन्हें सम्मानित किया। जनसभा में मौजूद पूर्व डीआईजी और आईपीएस अधिकारी राजीव रंजन सिंह ने चुनाव मैदान में ख़ड़े प्रमुख दलों के उम्मीदवारों पर अपरोक्ष रूप से निशाना साधते हुए कहा कि आज उनकी हिम्मत यहां के लोगों से नजर मिलाने की नहीं है, क्योंकि 30 वर्षों तक उन्होंने केवल यहां के लोगों को ठगकर उनका वोट हासिल तो किया, लेकिन समस्याएं जस की तस बनी हुई है. लेकिन अब उनका मकसद एक बेटा और एक भाई बनकर इसे दूर करना है और यही कारण है कि वह चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में खड़े हैं।
पहली बार बिरसानगर की महिलाओं को मिली प्रमुखता : जनसभा में मातृशक्ति यानी महिलाओं की भी बड़ी भागीदारी रही। क़ालेज जाने वाली लड़कियों से लेकर कामकाजी यानी सभी वर्गों की महिलाओं ने जनसभा में भाग लिया और प्रमुखता से अपनी बातों को रखा. जनसभा को संबोधित करते हुए स्थानीय महिलाओं ने कहा कि पहली बार ऐसा हुआ है जब किसी उम्मीदवार ने बिरसानगर की महिलाओं को फोकस करते हुए कोई बात कही है। ऐसे में जिस प्रकार से शिव शंकर सिंह ने 50 हजार महिलाओं को स्किल ट्रेनिंग दिलाने की बात कही, उससे यहां की मातृशक्ति में बड़ा बदलाव आएगा।
इसके कारण न सिर्फ उन्हें आत्मनिर्भर बनने का मौका मिलेगा, बल्कि कई महिलाएं अपने घरों का भी सहारा बन सकेंगी। जनसभा में मौजूद सभी महिलाओं से गैस चूल्हा छाप पर भारी वोट करने की अपील करते हुए कहा कि शिव शंकर सिंह की जीत बिरसा नगर के विकास का नया द्वार खोलेगी। जनसभा में आदिवासी, उड़िया, बंगाली समेत सभी समाज के लोगों ने भाग लिया और खचाखच भरे मैदान में शिव शंकर सिंह को चुनाव में पूरा समर्थन देने व उनके पक्ष में भारी मतदान करने का भरोसा दिलाया। स्थानीय लोगों ने कहा कि चुनाव में अब तक उनका इस्तेमाल केवल वोट बैंक के रूप में ही होता रहा है, उनकी समस्याओं का जिक्र केवल नेताओं के भाषणों में ही होता रहा है लेकिन पहली बार हो रहा है कि उनके बीच में बीते तीन दशकों से उनके सभी समस्याओं में साथ निभाने वाला एक आम इंसान चुनाव में उनकी आवाज बनने के लिए खड़ा है।
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