Guwa (Sandeep Gupta) । झारखण्ड मजदूर संघर्ष संघ के केन्द्रीय अध्यक्ष रामा पांडेय एवं सेल की गुवा खदान के सीजीएम कमल भास्कर, महाप्रबंधक (पीएंडए) के साथ 10 सूत्री मांगों को लेकर 9 दिसम्बर को जनरल आफिस गुवा में लम्बी वार्ता हुई। रामा पांडेय व सीजीएम के साथ समान काम के बदले समान वेतन। बायोमेट्रिक हाजिरी सिस्टम को खदान में लागू नहीं करने।
सेल के मेघाहातुबुरु स्थित मेघालया गेस्ट हाउस में बीते 17 जुलाई को हुई त्रिपक्षीय वार्ता में तय खदान से प्रभावित क्षेत्र के 500 शिक्षित बेरोजगारों को गुवा अयस्क खान में तत्काल बहाली करना। ठेका कर्मियों की वार्षिक छुट्टी 5 दिन से बढा़कर 10 दिन करना। गुवा अयस्क खान में कार्यरत ठेका कर्मियों को मिलने वाली फाइन्स डिस्पैच के मद में जो 1000 रूपये का भुगतान किया जा रहा है उसे बढा़कर 1500 करना। ठेका कर्मियों के बोनस राशि 8.33 फीसदी से बढ़ाकर 20 फीसदी करना। वैसे ठेका कर्मियों को तत्काल प्रभाव से आवास भत्ता का भुगतान किया जाए जिन ठेका कार्मियों को अब तक आवास आंवटित नहीं किया गया है। ठेका कर्मियों को रेफरल चिकित्सा की स्थिति में यात्रा भत्ता का भुगतान करना।
गुवा अयस्क खान में तैनात वैसे निजी सुरक्षा गार्ड जिन्हे अब तक रिट्रेचमेंट सुविधा प्रदान नहीं कि गई है उन्हें अविलम्ब इस सुविधा के साथ-साथ एडब्लूए का लाभ देना शामिल थी। रामा पांडेय ने बताया की सीजीएम से वार्ता सकारात्मक रहा है। उन्होंने कहा कि प्रबंधन समान काम का समान वेतन, प्रभावित गांवों के बेरोजगारों को रोजगार देने का काम आदि प्रारम्भ करने की बात कही है। अन्य मांगों पर भी सकारात्मक बातचीत हुई है। अगर प्रबंधन हमारी मांगों को पूरा नहीं करती है तो हम बडा़ आंदोलन का राह अपनाने हेतु स्वतंत्र हैं। उल्लेखनीय है कि रामा पांडेय ने इन मांगों को लेकर बीते 2 दिसम्बर की शाम जनरल आफिस के सामने धरना-प्रदर्शन किया था। संघ ने प्रबंधन को 15 दिन का समय देते हुये कहा था कि अगर इस दौरान हमारी मांगे पूरी नहीं हुई तो हमारी यूनियन सारंडा व स्थानीय बेरोजगारों व जनता के साथ बडा़ आंदोलन को बाध्य होंगी। औद्योगिक अशान्ति के लिये प्रबंधन खुद जिम्मेदार होगी।
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