Guwa (Sandeep Gupta) । सरकारी राशन नहीं मिलने तथा कुछ को काफी कम मिलने जैसी समस्या को लेकर नक्सल प्रभावित सारंडा अन्तर्गत गंगदा पंचायत के सात गांव दुईया, दोदारी, सलाई, ममार, चुर्गी, कुम्बिया एवं हिनुवा एवं लेम्ब्रे के ग्रामीणों की विशेष बैठक मुखिया राजू सांडिल की अध्यक्षता में दुईया गांव में 17 दिसम्बर को हुई। ग्रामीणों ने सर्वसम्मति से फैसला लिया की अगर 15 दिन में हमारी समस्या का समाधान नहीं होता है तो आगामी 3 जनवरी से सलाई चौक पास मुख्य सड़क को अनिश्चितकालिन जाम किया जायेगा। बैठक में सातों गांवों के ग्रामीण अपने राशन डीलर प्रभु सहाय हेम्ब्रम व विभागीय लापरवाही की घोर निंदा की।
बैठक में चुर्गी, ममार एवं कुम्बिया गांव के ग्रामीणों ने कहा कि उन्हे पिछले लगभग 18 माह से सरकारी राशन नहीं मिला है। बाकी गांवों के ग्रामीणों ने कहा कि उन्हें दो माह में एक बार राशन दिया जाता है वह भी निर्धारित मात्रा से काफी कर मिलता है। जिन्हें कम राशन मिलता है उसे राशन डीलर द्वारा मुफ्त में मिलने वाली दाल नहीं दिया जाता है। कम दर पर नमक व चीनी भी नहीं दिया जाता है। 16 दिसम्बर को दुईया गांव के ग्रामीणों को राशन डीलर प्रभु सहाय भेंगरा द्वारा बुलाया गया था। दर्जनों ग्रामीण राशन लेने गये। लेकिन प्रभु सहाय भेंगरा ने लाभुकों के कार्ड पर नवम्बर व दिसम्बर (दो माह) का राशन की जगह चावल 13 किलोग्राम व गेहूं 11 किलोग्राम मात्र अंकित किया तो ग्रामीण भड़क गये। सभी ग्रामीणों ने इसका विरोध करते हुये राशन लेने से मना करते हुये वापस लौट गये थे। ग्रामीणों ने बताया कि उन्हें हर माह 35 किलो राशन जिसमें 28 किलो चावल व 7 किलो गेहूं मिलना चाहिये, लेकिन राशन डीलर दो माह का राशन मात्र 24 किलो जिसमें 13 किलो चावल व 11 किलो गेहूं हीं दे रहा था।
इस कारण हमलोग इसका विरोध कर चावल लेने से इन्कार किया। मुखिया राजू सांडिल ने कहा कि बैठक स्थल से खाद्य आपूर्ति विभाग के औपरेटर रवि शाह से बातचीत हुई है। उन्होंने इस समस्या का समाधान डीएसओ और अंचलाधिकारी स्तर पर करने का भरोसा दिया है। साथ हीं निलम्बित महिला समूह की दुकान को फिर से चालू करने हेतु उसमें नये पदाधिकारियों का गठन का निर्देश दिया है। अगर 15 दिन में समस्या का समाधान नहीं होता है तो 3 जनवरी से अनिश्चितकालिन सड़क जाम सलाई चौक पर होगा। क्योंकि अब हम नाराज ग्रामीणों को समझाने की स्थिति में नहीं हैं। खाद्य आपूर्ति विभाग, मनोहरपुर के आपरेटर रवि शाह ने अंचलाधिकारी प्रदीप कुमार की अनुपस्थिति तथा उनके निर्देशानुसार बताया कि तीन गांव के ग्रामीणों को जो 18-20 माह से राशन नहीं मिल रहा है वह महिला सरना स्वंय सहायता समूह से जुडा़ मामला है। इस दुकान को निलम्बित कर प्रभु सहाय हेम्ब्रम के दुकान से टैग किया गया था। टैग होने से पहले उक्त दुकान औफ लाईन मोड पर था। टैग होने के एक-दो माह बाद यह दुकान औन लाइन मोड पर आ गया। नेटवर्क की समस्या होने के कारण कार्डधारी अंगुठा नहीं लगा पा रहे थे। जिसके कारण अनाज का कटना प्रारम्भ हो गया।
बहुत प्रयास व पत्राचार करने के बाद प्रभुसहाय हेम्ब्रम का दुकान औफ लाईन मोड पर आया। लेकिन पहले से जो ट्रांजेक्शन नहीं हुआ था जिस कारण अब तक अनाज कट रहा है। हम लोग जिला कार्यालय में पत्राचार कर आग्रह किये हैं कि तकनीकी कारण से जो राशन का कटौती हुआ है, उसका आवंटन दिया जाये। राशन का आवंटन मिलते है वितरण किया जायेगा। उन्होंने बताया की प्रभु सहाय मशीन जून और जुलाई में खराब था। जिस कारण जून में 33 फीसदी और जुलाई में 46 फीसदी हीं ट्रांजेक्शन कर पाये थे जिसके कारण अनाज में कटौती हुआ है। कार्डधारी का इसमें गलती नहीं है। ऐसे में डीलर को कहा गया है कि कहीं से भी अनाज उपलब्ध कराकर कार्डधारी को अधिक से अधिक अनाज उपलब्ध कराये। उन्होंने कहा कि दो दिन पहले हीं 18-20 महीना का राशन की मांग आकस्मिक खाद्यान्न कोष से की गई है। पहले पंचायत में मौजूद कुछ फंड से तीन गांवों के लोगों के बीच कुछ अनाज वितरण किया गया था। जिला से कुछ और फंड मांगा गया था राशन वितरण हेतु लेकिन चुनाव आदि वजहों से इसमें विलम्ब हुआ है। डीएसओ से अंचलाधिकारी प्रदीप कुमार की बात हुई है पर्याप्त राशन का आवंटन हेतु। दूसरी तरफ जो समिति निलम्बित है उसे पुनः चालू करने हेतु मुखिया से बात हुई है। समिति के अध्यक्ष, सचिव व कोषाध्यक्ष को बदलने को कहा गया है।
इस समिति को चालू होने से तीन गांवों को राशन का नया आवंटन मिलना प्रारम्भ हो जायेगा। बकाया राशन के लिये हमलोग जिला से डीमांड कर रहे हैं। महिला सरना स्वंय सहायता समूह की अध्यक्ष चुमनू सुरीन, सचिव गुरुवारी केराई एवं कोषाध्यक्ष सुवेन्दर लागुरी को बनाया गया। इस समिति को राशन दुकान का संचालन की जिम्मेदारी पुनः दिलवाकर कुम्बिया, चुर्गी व ममार के ग्रामीणों का राशन संबंधित समस्या का समाधान कराया जायेगा। बैठक में मुखिया राजू सांडिल, कुम्बिया के मुंडा सोमा चाम्पिया, लेम्ब्रे मुंडा लेबेया देवगम, चुर्गी मुंडा रेंगो चाम्पिया, दुईया मुंडा जानुम सिंह चेरोवा, दोदारी मुंडा मनबोध चाम्पिया, हिनुवा मुंडा जूरा सिधु, ममार मुंडा दोरोम गागराई, सलाई मुंडा बाले सुरीन, गोनो चाम्पिया, राशन डीलर प्रभु सहाय हेम्ब्रम आदि दर्जनों ग्रामीण मौजूद थे।
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