Guwa (Sandeep Gupta) । भारत सरकार के कृषि व शिक्षा मंत्रालय के संयुक्त निर्देशानुसार मृदा (मिट्टी) स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत केन्द्रीय विद्यालय, मेघाहातुबुरु में 2 दिसम्बर को प्राचार्य डा0 आशीष कुमार के नेतृत्व में तथा किरीबुरु पश्चिम पंचायत की मुखिया पार्वती किडो़ की अध्यक्षता में कृषि ग्राम सभा सह मृदा स्वास्थ्य कार्ड वितरण कार्यक्रम आयोजित किया गया।
इस कार्यक्रम का उद्घाटन दीप प्रज्वलित कर मुखिया पार्वती किडो़, प्राचार्य डा0 आशीष कुमार, शिक्षिका स्वाती कुमारी (पीजीटी बायो), शिक्षक विनय गौड़ (पीजीटी केमेस्ट्री) ने दीप प्रज्वलित कर किये। इस दौरान सारंडा क्षेत्र के किसानों के खेतों से ली गई मिट्टी की गुणवत्ता की जांच विद्यालय के लैब में बच्चों द्वारा कर उसका रिपोर्ट कार्ड किसानों व जनप्रतिनिधियों के बीच वितरण किया गया। प्राचार्य डा0 आशीष कुमार ने बताया कि हमारे स्कूल के बच्चों ने सारंडा जंगल क्षेत्र के लगभग 20-25 किलोमीटर क्षेत्र के किसानों के खेतों की मिट्टी संग्रह कर उसके मृदा स्वास्थ की सफल जाँच केन्द्रीय विद्यालय मेघाहातुबुरु स्थित लैब में की है। बच्चों ने 50 किसानों के खेतों की मिट्टी की जांच कर 50 मृदा स्वास्थ्य रिपोर्ट कार्ड किसानों के नाम व प्लौट के साथ तैयार किया है। बच्चों ने किसानों के खेतों की मिट्टी में मौजूद 12 पैरामीटर अर्थात नाइट्रोजन, पीएच, सल्फर, आयरन, फास्फोरस, ईसी, जिंक, मैगनीज, पोटैसियम, आर्गेनिक कार्बन, कौपर, बोरोन की मात्रा की जाँच की है।
मृदा स्वास्थ्य जाँच उपरान्त खेत की मिट्टियों में खेती हेतु प्रति हेक्टेयर कितना डीएपी, यूरिया, एमओपी, एसएसपी, आदि दिया जायेगा उसकी विस्तृत जानकारी रिपोर्ट कार्ड में दर्शाया गया है। हमारे बच्चों ने मृदा स्वास्थ्य जाँच कर क्रांतिकारी कार्य किया है जो उनके शिक्षा तथा किसानों के हित में काफी उपयोगी साबित होगा। उन्होंने बताया कि भारत सरकार के कृषि व शिक्षा मंत्रालय के संयुक्त निर्देशानुसार तथा नवार्ड व नेब फाउंडेशन के सहयोग से हमारे विद्यालय को मृदा स्वास्थ्य जाँच हेतु मशीन उपलब्ध कराई गई है।
यह कार्यक्रम देश भर के लगभग एक हजार केन्द्रीय व अन्य सरकारी विद्यालयों में संचालित किया जा रहा है। मुखिया पार्वती किडो़ ने कहा कि केन्द्रीय विद्यालय मेघाहातुबुरु के बच्चों ने काफी मेहनत से बेहतर कार्य किया है। आपका मेहनत का लाभ हमारे किसानों व देश के कृषि मंत्रालय को मिलेगा। दिल से किया गया मेहनत कभी व्यर्थ नहीं जाता है। आपने नयी नयी शोध से देश व देशवासियों को आप लाभान्वित करें। इस दौरान मृदा स्वास्थ्य जाँच करने वाले बच्चे, बच्चों का सहयोग करने वाली शिक्षिका स्वाती कुमारी, शिक्षक विनय गौड़, दर्जनों किशान आदि मौजूद थे।
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