Guwa (Sandeep Gupta) । उत्क्रमित उच्च विद्यालय दोदारी में पढ़ने वाले अत्यंत नक्सल प्रभावित सारंडा एवं कोल्हान वन प्रमंडल के विभिन्न सुदूरवर्ती गांवों के बच्चे शैक्षणिक भ्रमण कार्यक्रम के तहत पहली बार विद्यालय के प्रधानाध्यापक उत्तम कुमार दास व अन्य शिक्षक-शिक्षिकाओं के नेतृत्व में सारंडा जंगलों से निकलकर ओडिशा के जगन्नाथ मंदिर, पुरी बीच, चिल्का झील, भुवनेश्वर स्थित पठानी प्लानेटोरियम एवं नन्दन कानन चिड़िया घर आदि का भ्रमण कर आनंद उठा रहे हैं। दर्जनों बच्चे अच्छे होटलों में रहकर स्वादिष्ट व्यंजनों का भी लुफ्त उठा रहे हैं। इस शैक्षणिक भ्रमण से बच्चों को कुछ नया सीखने व जानने की प्रक्रिया का एक अहम हिस्सा है। यह छात्रों को कक्षा के बाहर जाकर, वास्तविक जीवन की स्थितियों से परिचित कराता है।
इससे छात्रों को विषय में रुचि पैदा होती है और विषय वस्तु को स्पष्ट करने में मदद मिलती है। शैक्षिक भ्रमण से छात्रों में आलोचनात्मक सोच विकसित होती है और वे सिद्धांत और व्यवहार के बीच की खाई को पाटने में सक्षम होते हैं। छात्रों को जीवन कौशल विकसित करने में मदद मिलती है। इससे उनका समग्र शैक्षणिक प्रदर्शन बेहतर होता है। शैक्षिक भ्रमण से छात्रों का सामाजिक और भावनात्मक विकास होता है। छात्रों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण और वैज्ञानिक स्वभाव विकसित होता है।
छात्रों में आत्मविश्वास, जिज्ञासा, और दयालुता विकसित होती है। छात्रों को एक अलग सेटिंग में सीखने और नए कौशल और रुचियां विकसित करने का मौका मिलता है। इसके अलावे विभिन्न राज्यों की कला, संस्कृति, वेश-भूसा, पर्यावरण, प्राकृतिक खूबसूरती आदि को जानने व समझने का मौका मिलता है। विद्यालय के प्रधानाध्यापक उत्तम कुमार दास ने बताया की यह सरकारी कार्यक्रम नहीं बल्कि व्यक्तिगत टूर है।
इसके लिये स्कूल के बच्चे अपना पौकेट खर्च, छात्रवृत्ति के पैसे आदि बचाकर तथा अभिभावकों से आर्थिक सहयोग लिये हैं। बच्चों के अभिभावकों ने इस टूर के लिये एनओसी दिया है। इसके अलावे विद्यालय के शिक्षक-शिक्षिकायें स्वंय अपने खर्च से तथा इस टूर में बच्चों के लिये भी आर्थिक सहयोग कर रहे हैं। यह शैक्षणिक भ्रमण 27 से 31 दिसम्बर तक का है। बच्चे काफी मस्ती कर रहे हैं तथा उनका बौद्धिक ज्ञान विकसित हो रहा है।
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