Jamshedpur (Nagendra) मूलनिवासी संघ ,पूर्वी सिंहभूम द्वारा पुराना कोर्ट अम्बेडकर चौक साकची जमशेदपुर में मनुस्मृति दहन दिवस को " मूलनिवासी " मुक्ति दिवस के रूप में मनाया। इस अवसर पर मनुस्मृति का प्रतीकात्मक रूप से दहन किया गया तथा समाज में समता स्वतंत्रता बंधुत्व और न्याय स्थापित करने हेतु घर घर भारतीय संविधान को पहुंचाने का प्रण किया गया। विदित हो कि मनुस्मृति के द्वारा मूल निवासी बहुजन समाज (ST SC OBC, धार्मिक अल्पसंख्यक वर्ग 6743 जातियों में बांटकर उन्हें सत्ता शिक्षा और संपति से हजारों वर्ष तक वंचित रखा गया था।
इस विषमता वादी व्यवस्था को बाबा साहब भीम राव अम्बेडकर ने 25 दिसंबर 1927 को जलाकर समाज में समता स्वतंत्रता बंधुत्व और न्याय की व्यवस्था को प्रस्तुत किया। बाबा साहब के द्वारा बताये गये समता मूलक समाज निर्माण को विषमता वादी शक्तियां आज भी कमजोर करने का षडयंत्र किया जा रहा है। आज के कार्यक्रम में विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। जिसमें मू.सुग्रीव गौतम, मू.रविन्द्र प्रसाद, मू.सुनील कुमार, राजेश कालिंदी, हरि किश्त,शशिकांत नाग, सुबीर सोरेन, शोभा कुमारी, जालेश मुखी, कैलाश मुखी, सुमंत चीकू, विकास, राजु, अमित करवा, सरस्वती, राजकुमार दास आदि शामिल थे।
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