Guwa (Sandeep Gupta) छोटानागरा पंचायत में मनरेगा योजनाओं में हुए कथित घोटाले को लेकर अधिकारियों की एक विशेष जांच टीम बुधवार को पंचायत मुख्यालय पहुंची। टीम के पहुंचते ही ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई और उन्होंने योजनाओं में की गई अनियमितताओं की शिकायतें टीम के समक्ष रखीं। जांच अधिकारियों ने पंचायत स्तर पर संचालित विभिन्न मनरेगा योजनाओं से संबंधित कागजात, भुगतान रजिस्टर और कार्यों की स्वीकृति पत्र की छानबीन शुरू की। साथ ही उन्होंने स्पष्ट किया कि पूरे मामले की गहन जांच करने में कम से कम चार दिन का समय लगेगा।
इस दौरान न केवल दस्तावेजों का मिलान होगा बल्कि जिन योजनाओं में गड़बड़ी की आशंका है, वहां स्थल निरीक्षण भी किया जाएगा। टीम ने कहा कि जांच के दौरान लाभुकों और मजदूरों से भी बयान दर्ज किए जाएंगे, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वास्तव में काम हुआ है या केवल कागजों पर खानापूर्ति की गई है। अधिकारियों का कहना है कि जांच में किसी तरह की लापरवाही नहीं बरती जाएगी और सत्य उजागर होने पर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
ग्रामीणों का आरोप है कि पंचायत में कई योजनाएं अधूरी हैं, जबकि उनके नाम पर भुगतान पहले ही कर दिया गया। लंबे समय से ग्रामीण इस मामले की जांच की मांग कर रहे थे। अब जांच टीम के पहुंचने से ग्रामीणों में उम्मीद जगी है कि मनरेगा घोटाले का पर्दाफाश होगा और जिम्मेदार लोगों को सजा मिलेगी।

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