Upgrade Jharkhand News. दुर्गा महोत्सव के अवसर पर चिलगु में महासप्तमी के पावन अवसर पर सोमवार की रात सार्वजनिन दुर्गा पूजा समिति चिलगु द्वारा आयोजित रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम 'मानभूम सुपर नाईट धमाका' का मुख्य अतिथि आजसू पार्टी के केंद्रीय महासचिव ने फीता काट कर उद्घाटन किया। श्रद्धालु एवं दर्शकों को सम्बोधित करते हुए हरेलाल महतो ने कहा कि दुर्गा माता ईचागढ़ विस के साथ पुरे झारखंड वासियो को सुख, शांति, समृद्धि व ऐश्चर्य प्रदान करें। कहा कि दुर्गोत्सव बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। यह त्योहार हमें तामसिक प्रवृत्ति से दूर रहकर सदगुणों को ग्रहण करने का संदेश देती है।
उन्होंने कहा कि दुर्गा पूजा हिंदू पौराणिक कथाओं में एक से अधिक किंवदंतियों से जुड़ी है। इस त्योहार के पीछे मुख्य मिथक भैंसा राक्षस महिषासुर का वध है। मार्कंडेय पुराण के अनुसार महिषासुर ने देवताओं के खिलाफ एक लौकिक युद्ध छेड़ा और एक वरदान के कारण जीत हासिल की जिसने उसे एक पुरुष प्रतिद्वंद्वी से हारने से रोका। अपना वर्चस्व हड़पते हुए, देवताओं ने - ब्रह्मा, विष्णु और शिव की त्रिमूर्ति के नेतृत्व में अपनी शक्तियों को मिलाकर दुर्गा जिसका अर्थ है "अगम्य" नामक एक योद्धा देवी का निर्माण किया। पुरुष देवताओं से लैस, दुर्गा उनकी सामूहिक ऊर्जा का प्रतीक हैं, और वह महिषासुर से युद्ध करती हैं। आकार बदलने वाला दानव देवी पर हमला करने के लिए कई रूप धारण करता है।
जो अंततः अपने मूल भैंस के रूप में भीषण लड़ाई के 10वें दिन दुर्गा उसका सिर काट देती है। त्रेता युग में श्रीलंका विजय के आनंद में भगवान श्रीराम ने दुर्गा पुजा सह विजयादशमी का त्योहार काफी धूमधाम से आयोजित किया थे। उस कालखंड से अब तक इस पृथ्वी में सनातन धर्मियों ने भक्ति के साथ महाशक्ति का पूजा करते आ रहें है। इस अवसर पर समिति के अध्यक्ष विवेक गोप, नेपाल गोप, मधुसूदन गोप, शिवचरण राजवाड़, विष्णु गोप, ननीगोपाल गोप, जगदीश गोप आदि उपस्थित थे।

No comments:
Post a Comment