Jamshedpur (Nagendra) नागा मंदिर बेल्डीह में दुर्गा पूजा के शताब्दी समारोह धूमधाम से मनाया गया। नागा मंदिर मंडप में दुर्गा पूजा की परंपरा 1925 से शुरू हुई जो आज तक निरंतर जारी है। इस वर्ष दुर्गोत्सव महापर्व में 100 वर्षों की आस्था, भक्ति और परंपरा का दिव्य संगम देखने को मिला। सप्तमी के दिन लगभग 200 भक्तों ने एक विशेष भव्य आरती का आयोजन किया , जिसमें सभी भक्त सफेद और लाल वस्त्र पहने, पुरुषों और महिलाओं ने दीप, घंटियाँ, शंख, धुनुची और पंखे के साथ एक विशेष आरती में शामिल हुई। शताब्दी समारोह में देवी अपने भक्तों को आशीर्वाद देते हुए अपनी शोभा में जगमगा रही थीं। इस अवसर पर ट्रस्टियों ने शताब्दी रक्तदाता श्री रविशंकर, स्वैच्छिक रक्तदाता संघ के संस्थापक अध्यक्ष सुनील मुखर्जी और वीबीडीए के मानद सचिव कमल दास का अभिनंदन किया।
वहीं ट्रस्ट के ट्रस्टी शशि तिवारी ने कहा कि मानवता की सेवा और जीवन बचाना सेवा का सबसे श्रेष्ठ रूप है। इस मौके पर प्रसिद्ध साहित्यकार श्रीमती रागिनी भूषण और प्रख्यात समाजसेवी श्रीमती शैलजा सुंदरम द्वारा संयुक्त रूप से एक स्मारिका का विमोचन भी किया गया। वहीं इस पूजा समिति के संरक्षक रमेश अग्रवाल की उपस्थिति और सहयोग के लिए ट्रस्टियों ने आभार व्यक्त किया। समारोह में मौजूद जमशेदपुर महिला क्लब की अध्यक्ष श्रीमती रीना वेदगिरी और श्रीमती पूर्वी घोष को भी प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया। शताब्दी समारोह के अंतिम दिन महानवमी को शाम में प्रेमा अग्रवाल और उनकी टीम के कलाकारों द्वारा भव्य भजन संध्या का आयोजन किया गया , जिसका सभी श्रद्धालुओं ने भरपूर आनंद उठाया।
इस अवसर पर विजय सिंह को सामाजिक गतिविधियों में उनके सक्रिय सहयोग के लिए सम्मानित किया गया। इस मौके पर प्रधान ट्रस्टी सुरेश तिवारी, ट्रस्टी शंभू तिवारी, शशि तिवारी और बिनय भूषण तिवारी उपस्थित रहे। उपस्थित सदस्यों में बॉबी सिंह, रंजीत सिंध गबरी, सतेंद्र सिंह, अजय, सुकुमवीत गबरी, चिराग सिंह, उत्तम अग्रवाल, पंडित नारायण पांडे, पंडित दिनेश पांडेय, उपेंदर जी, राजेंद्र पाठक और अन्य मौजूद थे। डॉ पुष्पा तिवारी ने पूरे कार्यक्रम का संचालन किया। विजया दशमी के दिन मां दुर्गा के प्रतिमा का विसर्जन किया गया। इस दौरान गाजे बाजे के साथ भव्य विसर्जन जुलूस निकाला गया।



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