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Jamshedpur 6 अक्टूबर को सुप्रीम कोर्ट में चीफ जस्टिस बी आर गवई के उपर हुए हमले को लेकर राष्ट्रपति के नाम डीसी को ज्ञापन सौंपा A memorandum was submitted to the DC in the name of the President regarding the attack on Chief Justice B.R. Gavai in the Supreme Court on October 6.

 


Jamshedpur (Nagendra) पीपुल्स पार्टी ऑफ इंडिया (डेमोक्रेटिक) द्वारा गत 6 अक्टूबर 2025 को सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस आफ इंडिया पर एक सुप्रीम कोर्ट के वकील राकेश किशोर ‌द्वारा जूता फेंकने की घटना को लेकर राष्ट्रपति के नाम डीसी को एक ज्ञापन सौंपा गया । ज्ञापन में उल्लेख किया गया है कि यह घटना अपत्याशित ही नहीं बल्कि पूरे देश को स्तब्ध कर दिया है। यह वकील द्वारा सीजेआई के उपर हमला नहीं बल्कि संवैधानिक संपूर्ण न्याय व्यवस्था पर हमला है। हमलावर वकील को अपने किए पर कोई अफ़सोस नहीं बल्कि वह बड़े गर्वभाव से कहता है" सनातन का अपमान नहीं सहेगा हिंदुस्तान"। 



इस घटना ने भारत के आम जन को सोचने के लिए मजबूर कर दिया है कि जिस देश में सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस सुरक्षित नहीं फिर आम जन का क्या होगा? देश के प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और रक्षा मंत्री का चुप्पी साधना और उस दोषी वकील पर कोई कड़ी कार्रवाई न करना हर भारतीय के दिल और दिमाग को झकझोर कर रख दिया है। पीपल्स पार्टी ऑफ इंडिया डेमोक्रेटिक इस घटना की घोर निंदा करती है। यह देखा जा रहा है कि सनातन के नाम पर एससी/एसटी और ओबीसी पर असहनीय घटनाएं दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। आमजन का आक्रोश भी बढ़ता जा रहा है। वैसे राष्ट्रद्रोही वकील के ऐसे कृतघ्न कार्य पर उसे जेल में होना चाहिए किन्तु वह खुले आम जेल से बाहर है और वह बड़े गर्व भाव से बयान दे रहा है कि उसे भगवान ने ऐसा करने के लिए आदेश दिया था और मैं पागल नहीं हूं मैंने उच्च कोटि की शिक्षा ग्रहण की है। 



ऐसा करने पर मुझे कोई पछतावा नहीं है। ऐसा लगता है कि उसे सता में बैठे हुए कुछ जाति वादी ताकतों का संरक्षण प्राप्त है। जिसकी वजह से यह निर्भीकता एवं निडरता के साथ बयानबाजी कर रहा है । ज्ञापन के माध्यम से ऐसे दोषी वकील को राष्ट्र‌द्रोही शोषित कर उस पर से सख्त कानूनी कार्रवाई करने की मांग किया है अन्यथा बढ़ते हुए जनाक्रोश भारत में नेपाल जैसी स्थिति न पैदा हो जाय।अतः दोषी वकील पर उचित कार्रवाई करने में विलम्ब नहीं किया जाय।



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