गुवा । सारंडा वन प्रमंडल के ससंग्दा (किरीबुरु) वन प्रक्षेत्र के तत्वाधान में 74 वां वन महोत्सव किरीबुरु के प्रोस्पेक्टिंग स्थित दुर्गा पूजा पंडाल में मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ बतौर मुख्य अतिथि नोवामुंडी प्रखंड प्रमुख पूनम गिलुवा, विशिष्ट अतिथि सारंडा के प्रभारी डीएफओ आलोक कुमार वर्मा, सीआरपीएफ 26 बटालियन के सहायक कमांडेंट शिबु मलिक, सीआईएसएफ के इन्स्पेक्टर रुपेश लखवार, रेंजर शंकर भगत, मुखिया लिपि मुंडा, सेल अधिकारी संदीप भारद्वाज, रिषभ सिंह ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया।
इसके बाद वन विभाग ने सभी अतिथियों को पौधा भेंट कर सम्मानित किया। मुख्य अतिथि पूनम गिलुवा ने कहा कि जंगल व पेड़-पौधे हमारे जीने का आधार है। इसके बगैर हम एक पल भी जिंदा नहीं रह सकते हैं। हम आदिवासी सदैव प्रकृति व पर्यावरण प्रेमी रहे हैं। हमें लकड़ी की जगह गैस का इस्तेमाल इंधन के रूप में करना चाहिए। प्रत्येक व्यक्ति 10-10 पौधा लगाये। सारंडा के प्रभारी डीएफओ आलोक कुमार वर्मा ने कहा कि बच्चे देश के भविष्य हैं। आप वन व पर्यावरण की रक्षा में अहम भूमिका निभा सकते हैं।
आपको अपने परिवार व समाज को वन व पर्यावरण की रक्षा हेतु जागरूक करने की जरुरत है। रेंजर शंकर भगत ने कहा कि सारंडा जंगल को सिर्फ आग व कटाई से बचा दिया जाये तो इस जंगल में वन महोत्सव मनाने की कभी जरूरत नहीं पडे़गी। सीआरपीएफ 26 बटालियन के सहायक कमांडेंट शिबु मलिक ने कहा कि देश की उन्नति पर्यावरण के बगैर नहीं हो सकती। पेड़ हमारे लिये अनमोल है।
यह हमारी जीने आधार है।सेल मेघाहातुबुरु के सहायक प्रबंधक संदीप भारद्वाज ने कहा कि सेल प्रबंधन पर्यावरण के प्रति गंभीर है। इस वर्ष मेघाहातुबुरु प्रबंधन द्वारा 7 एकड़ में पेड़-पौधे लगाये जा रहे हैं। पीसीएस स्कूल के बच्चों ने भी पेड़-पौधे व पर्यावरण पर अपने-अपने विचार दिये। कार्यक्रम के अंत में सभी अतिथियों ने पूजा पंडाल मैदान में पौधरोपण किया।
डीएफओ ने सारंडा के विभिन्न वन समितियों को टॉर्च प्रदान किये। इस दौरान सेल अधिकारी, मजदूर नेता वीर सिंह मुंडा, पर्यावरण प्रेमी अरविन्द चौहान, सुमित कुमार, शंकर पांडेय, छोटे लाल मिश्रा, अभय सिंह, मोनिका, सालिनी, रब्बे आलम उपस्थित थे।
No comments:
Post a Comment