पोटका। तारा पब्लिक स्कूल हाता के प्रभाती संसद में अंचल के जानेमाने साहित्यकार,समाजसेवी तथा माताजी आश्रम हाता के संचालक सुनील कुमार दे मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे।विद्यालय का परिवेश,अनुशासन और संस्कार देखकर काफी प्रसन्न हुए।
प्रभाती संसद में बच्चे प्रथम प्रार्थना संगीत के रूप गायत्री मंत्र उच्चारण किया। उसके बाद देश बन्दना किया। अंत में राष्ट्रीय गीत जन गण मन गया।इस अबसर पर सुनील कुमार दे ने कहा,,मैं जानकर काफी प्रसन्न हूँ कि तारा पब्लिक स्कूल इंग्लिश मीडियम होते हुए भी भारतीय संस्कार की शिक्षा दे रहा है।उन्होंने बच्चे को कहा,,विद्यालय विद्या का मंदिर है। यहाँ हम मनुष्य बनने के लिए आते हैं इसलिए अभी आप सभी का सारा ध्यान पढ़ाई लिखाई पर होना चाहिए।
आप सभी को बहुत दूर जाना है, केरियर और कैरेक्टर दोनों बनाना है।श्री दे ने शिक्षकों को भी कहा,,,शिक्षक को राष्ट्र निर्माता कहा जाता है।शिक्षक के ऊपर बच्चे का भविष्य निर्भर करता है।शिक्षा देना सबसे जटिल और महत्वपूर्ण काम है।बच्चे आप सभी को फॉलो करते हैं इसलिए आप सभी को भी अच्छे गुरु बनना है।पढ़ाने के पहले आप लोगो को भी निरंतर पढ़ना है।
श्री दे ने अंत में विद्यालय का उज्वल भविष्य की कामना की।इस अबसर पर विद्यालय के संस्थापक डॉक्टर अरविंद कुमार लाल,प्राचार्ज कमलेश मिश्रा,विद्यालय के शिक्षक हेम चंद्र पात्र, तपन पात्र, मिहिर गोप, गौतम गोप, अम्बुज प्रामाणिक, बोबिता टुडू,पत्रकार राकेश मिश्रा, बीरेंद्र सिंह,सुदीप दे के अलावे विद्यालय के सभी छात्र छात्राएं उपस्थित थे।
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