गुवा । मनोहरपुर के तिरला गांव निवासी सह एस्पायर संस्था की कर्मचारी की हत्या एवं बलात्कार का आरोपी रमाय बोदरा की गिरफ्तारी सारंडा क्षेत्र के लोगों व पुलिस के लिये बड़ी सफलता है। रमाय बोदरा की गिरफ्तारी में सारंडा के दर्जनों लोग पुलिस के साथ कदम से कदम मिलाकर अथवा उससे कहीं अधिक बढ़-चढ़कर काम किया।
सारंडा के ऐसे लोगों को विशेष मंच पर जिला पुलिस द्वारा सम्मानित किये जाने की जरुरत है, ताकि इससे प्रेरणा लेकर ऐसे मामलों का उद्भेदन में अन्य लोग भी खुलकर सामने आये। इस मामले का उद्भेदन इतना आसान नहीं था, जितना आसान ग्रामीणों के सहयोग से हुआ।
17 जुलाई को दोपहर लगभग 12 बजे से पूर्व युवती चुर्गी गांव स्थित स्कूल में बच्चों की परीक्षा लेकर पैदल अकेले मनोहरपुर जाने वाली रोड में निकली। वह ममार गांव में लगा सीसीटीवी कैमरा में दोपहर लगभग 12.30 बजे पैदल जाते दिखी। अंकुआ गांव से पहले साइकिल सवार टीमरा गांव निवासी रमाय बोदरा पीछे से अमिता के पास पहुंचा और जंगल में ले गया। वहां युवती के शोर मचाने पर रमाय ने गला दबा कर और पत्थरों के प्रहार कर उसकी हत्या कर दी।
इसके बाद मृत शरीर से दुष्कर्म किया। इसी बीच अंकुआ गांव की एक महिला घटनास्थल पर पहुंच शव देख भाग कर गांव के दो युवकों को घटना की जानकारी दी। दोनों युवक घटनास्थल पर पहुंच रमाय को दुष्कर्म करते देख पकड़ने की कोशिश की, लेकिन रमाय ने दोनों को बातों में गुमराह कर एवं मृतका का मोबाइल अपना बताकर धक्का देकर साइकिल लेकर फरार हो गया। इस घटना के उजागर होते ही किरीबुरु के एसडीपीओ अजीत कुमार कुजूर, मनोहरपुर के इन्स्पेक्टर फागु होरो, छोटानागरा थाना प्रभारी उमा शंकर वर्मा, चिड़िया ओपी प्रभारी देवसाय भगत, मनोहरपुर थाना प्रभारी अमित यादव समेत अन्य पुलिस जांच में लग गए।
इसमें गंगदा पंचायत के मुखिया राजू सांडिल, मंगल कुम्हार, रोवाम मुंडा, बुधराम सिद्धू, चुर्गी मुंडा रेंगो चाम्पिया, मोहन लाल चौबे, रामो सिद्धू आदि ग्रामीणओं ने पुलिस का सहयोग किया। काफी प्रयास व डराने-धमकाने के बाद घटना को नजदीक से देखने वाली अंकुआ की महिला एवं दोनों युवक सामने आये। उसने घटना की पूरी कहानी बताई, लेकिन अपराधी की पहचान नहीं बता पाये। पुलिस ने सबसे पहले ममार में लगे सीसीटीवी को बारीकी से देखा। मृतका के गुजरने के कुछ देर बाद एक युवक साइकिल से जाते दिखा। इस युवक का हुलिया एवं कपड़े की पहचान प्रत्यक्षदर्शियों ने की।
उसके बाद चुर्गी गांव के कुछ लोगों को उठाकर इस युवक की पहचान की गई। पता चला कि यह युवक टीमरा गांव का रमाय बोदरा है। वह 17 जुलाई को चुर्गी गांव स्थित अपनी बहन के घर आया था। यहां नशा कर साइकिल से निकला था। इसके बाद उक्त ग्रामीण एवं पुलिस चुर्गी गांव स्थित रमाय की बहन के घर पहुंच उसका मोबाइल जब्त कर रमाय बोदरा का नम्बर पता किया।
उसके नंबर से उसका लोकेशन पता कर सभी राउरकेला पहुंचे। वहां ग्रामीण व पुलिस ने नाटकीय अंदाज से रमाय को गिरफ्तार कर लिया। रमाय के पास से मृतका का मोबाइल फोन भी बरामद किया गया। दूसरी तरफ टीमरा के लोगों ने बताया कि रमाय बोदरा हिंसक प्रवृत्ति का है। वह गांव वालों से अधिक बातचीत भी नहीं करता है। उसने पहली पत्नी को छोड़ दूसरी शादी की है। राउरकेला में अपनी पत्नी के साथ मेहनत-मजदूरी का काम करता है। घटना वाले दिन वह गांव आया था।
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