गुवा । जिला परिषद सदस्य देवकी कुमारी ने किरीबुरु के रेंजर शंकर भगत के खिलाफ सांसद, उपायुक्त व विधायक को पत्र लिखा है। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों से विश्व प्रसिद्ध सारंडा जंगल स्थित किरीबुरु-बड़ाजामदा मुख्य मार्ग, किरीबुरु, मेघाहातूबुरू, टाटिबा, बराईबुरू और आस-पास के गांव क्षेत्रों में 10-12 हाथियों का एक झुंड डेरा जमाए हुए है। इससे यहां के लोगों में भय का माहौल बना हुआ है।
हाथी कभी टाउनशिप में घुस रहे हैं तो कभी गांव में तो कभी किरीबुरू, बड़ाजामदा और गुवा के मुख्य सड़क विचरण कर रहे है। देवकी कुमारी ने कहा कि यह तो उपर वाले की कृपा है कि अब तक कोई अनहोनि नहीं हुई है। पर हमें किसी अनहोनि होने के इंतजार किए बिना यथाशीघ्र हाथियों को इस क्षेत्र से निकालने का उपाय करना चाहिए। इस विषय पर किरीबुरू के प्रभारी रेंजर शंकर भगत से मेरी टेलिफोनिक बात हुई तो जवाब सुनकर मैं स्तब्ध हो गई।
कैसे कोई सक्षम अधिकारी अपनी जिम्मेदारी से भाग सकता है और वो किसी जनप्रतिनिधि से कैसे बात कर सकता है ! मैने रेंजर से हाथियों को सार्वजनिक स्थल से निकालने को कहा तो उनका जवाब था, कि हाथी जंगल में नहीं रहेगा तो कहां रहेंगे, वो कोई गाय और बकरी है जो उन्हें मैं भगा दूं, हम कोई तोप है क्या जो हाथियों के आगे खड़ा होकर उनको रोक दें ! उन्होंने कहा कि मुझे इससे कोई लेना-देना नहीं है। मुझे अपनी आम जनता की सुरक्षा चाहिए।
अगर वो आम जनता को सुरक्षा प्रदान नहीं कर सकते तो उन्हें इस विभाग में बने रहने का कोई हक नहीं है। उन्हें किसी चिड़िया घर में ड्यूटी करनी चाहिए। जहां जानवर पिंजरे के अन्दर बन्द रहेंगे और रेंजर को कोई खतरा भी नहीं होगा। उन्होंने इस विषय पर यथाशीघ्र कोई उचित कदम उठाने की मांग की है, ताकि आम जनता के साथ कोई अनहोनि होने से पहले ही हाथियों को इस क्षेत्र से निकाला जा सके।
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