गुवा । सारंडा क्षेत्र में पिछले दो दिनों से रूक-रूक कर लगातार हो रही वर्षा से जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। इस वर्षा से किसानों के चेहरे पर खुशी देखी जा रही है, तो दूसरी तरफ नदी-नाला का पानी लाल व प्रदूषित होने, जगह- जगह जल-जमाव से विभिन्न प्रकार की बीमारियों, मलेरिया आदि का खतरा बढ़ गया है।
गुवा,किरीबुरु-मेघाहातुबुरु आवासीय क्षेत्रों में भी मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है। इससे सेलकर्मी व अधिकारी परेशान हैं। अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है। सारंडा के ग्रामीणों व किसानों ने बताया कि यह वर्षा अगर ऐसे ही जारी रहा तो निश्चित ही उनके खेतों में लगा धान, मक्का, बाजरा आदि फसल को लाभ होगा।
यह फसल पहले वर्षा नहीं होने के कारण सूखने के कगार पर पहुंच गया था। दूसरी ओर पहाड़ों से उतरने वाले लाल पानी से कारो, कोयना, सरोखा जैसी नदियां लाल व प्रदूषित हो गई है। गांव क्षेत्रों में भी मच्छरों का प्रकोप काफी बढ़ गया है। ऐसे में मलेरिया के मरीज निरंतर बढ़ रहे हैं। सरकार ने लंबे समय से ग्रामीणों के बीच मेडिकेटेड मच्छरदानी का वितरण नहीं किया है।
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