गुवा । ठेकेदार द्वारा मजदूर से रिश्वत मांगने को लेकर सेल के मुख्य निदेशक को लिखा गया पत्र में वर्मा इंटरप्राइजेज के ऊपर लगाया गया आरोप पूरी तरह से बेबुनियाद है। यह बातें वर्मा इंटरप्राइजेज के कांटेक्टर प्रमोद वर्मा ने कही।
उन्होंने बताया कि गुवा सेल अस्पताल में कार्यरत सप्लाई मजदूर उषा करुवा ने गुवा सेल के अधीन ठेकेदार वर्मा इंटरप्राइजेज के ऊपर रिश्वत मांगने का आरोप लगाते हुए उन्हें ब्लैक लिस्टेड करने को लेकर सेल के मुख्य निदेशक को पत्र लिखा है। उन्होंने अपने पत्र में लिखा है कि मैं उषा करुवा मेरी माता स्वर्गीय गंगामनी करुवा गुवा सेल अस्पताल में स्वास्थ्य एवं चिकित्सा विभाग के अंतर्गत पैथोलॉजी मैं कार्यरत थी।
माता गंगामनी करुवा की देहांत के बाद मुझे माता के बदले में काम दिया गया। माता गंगामनी करुवा के भविष्य निधि राशि निकालने के लिए ठेकेदार वर्मा इंटरप्राइजेज को आवेदन दिया गया। इस पर वर्मा इंटरप्राइजेज के द्वारा आवेदन पर हस्ताक्षर नहीं किया गया और 9 हजार रुपए की मांग करने लगा और कहा कि पैसे देने के बाद ही आवेदन पर हस्ताक्षर किया जाएगा।
यह सारा आरोप किसी के बहकावे में आकर सप्लाई मजदूर से आवेदन लिखवाकर उसमें हस्ताक्षर करा लिया गया है। जबकि भविष्य निधि राशि के आवेदन में हस्ताक्षर कर 3 महीने पूर्व ही सेल गुवा को सौंप दी गई है। अब सेल प्रबंधन की जिम्मेदारी है कि उसकी भविष्य निधि की राशि सेल प्रबंधन सप्लाई मजदूर को कब दे रही है।
यह सेल प्रबंधन की जिम्मेदारी है। गुवा के कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा वर्मा इंटरप्राइजेज को बदनाम करने का प्रयास किया जा रहा है। जबकि गुवा में वर्मा इंटरप्राइजेज का रेपुटेशन काफी अच्छा रहा है और अभी तक है।
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