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सारंडा के ग्रामीणों के समर्थन में आगे आया संयुक्त यूनियन, कहा हम ग्रामीणों के साथ हैं

   


                                  

गुवा । गुवा बाजार स्थित संयुक्त यूनियनों ने बैठक कर कहा कि सारंडा के ग्रामीणों के समर्थन में हम सभी संयुक्त यूनियन उनके साथ है। सारंडा के ग्रामीणों द्वारा सेल की किरीबुरू एवं मेघाहातुबुरु खदान में 29 अगस्त से अनिश्चितकालिन माल ढुलाई कार्य को ठप करने का फैसला लिया गया है। उक्त आर्थिक नाकेबंदी का फैसला इसलिए लिया गया, क्योंकि सेल की झारखंड खान समूह ने किरीबुरू, मेघाहातुबुरु, गुवा एवं चिड़िया खदान के लिये आईटीआई पास बेरोजगारों की नौकरी हेतु साक्षात्कार आयोजित किया था। 

इस साक्षात्कार में सारंडा के दर्जनों बेरोजगार युवाओं ने भाग लिया था। इन युवाओं को सेल प्रबंधन ने ही आईटीआई का प्रशिक्षण दिलाया था। लेकिन दुःख की बात है कि बहाली में सारंडा के एक भी बेरोजगारों को नौकरी नहीं दी गई। साक्षात्कार के बाद उपायुक्त से लेकर तमाम खदान प्रबंधनों से मिलकर साक्षात्कार देने वाले बेरोजगारों की सूची सौंपी गई थी। सभी जगह से आश्वासन दिया गया था। लेकिन एक को भी नौकरी नहीं मिली।

 उपस्थित लोगों का कहना था कि सेल प्रबंधन की तमाम खदानें आसपास के गांवों में सिर्फ प्रदूषण फैला रही है, खेतों को बंजर बना रही है, तरह-तरह की बीमारियां दे रही है, लेकिन कोई सुविधा नहीं दे रही है। चतुर्थ श्रेणी की बहाली में बाहरी लोगों को नौकरी देने का कार्य किया जा रहा है जो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अब अपने हक व अधिकार के लिए आर-पार की लड़ाई लड़ी जाएगी। प्रबंधन यह बहाली को रद्द करे, क्योंकि इसमें चयनित लोगों को पैसा व पैरवी से नियुक्त किया जा रहा है। सेल का लिज सरकार द्वारा रोका गया है, इसी को क्लियरेंस हेतु विशेष समझौता के तहत यह खेल खेला जा रहा है। 

इस दौरान संयुक्त यूनियनों ने सारंडा के ग्रामीणों के समर्थन में कहा कि सेल के खदानों में स्थानीय को प्राथमिकता दी जाए। इसके लिए सेल प्रबंधन द्वारा परीक्षा आयोजित ना कराकर सीधे बहाली लिया जाए। जिस तरह से गुवा में वर्ष 2008 एवं वर्ष 2015 में बहाली की गई थी। इसी के आधार पर बहाली होनी चाहिए। अगर सेल प्रबंधन ऐसा नहीं करती है तो सारंडा के ग्रामीणों के साथ-साथ संयुक्त यूनियन भी ग्रामीणों के साथ हाथ से हाथ मिलाकर आंदोलन का समर्थन करती है। 

इस दौरान संयुक्त यूनियन के पदाधिकारियों में झारखंड मजदूर संघर्ष संघ के केंद्रीय अध्यक्ष रामा पांडे, बोकारो स्टील वर्कर्स यूनियन इंटक के जोनल सेक्रेटरी दुजा टोप्पो, दिलबाग सिंह, अंतर्यामी महाकुड, किशोर सिंह, विश्वजीत तांती सहित अन्य मौजूद थे।

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