चाईबासा। पश्चिमी सिंहभूम जिले से बड़ी संख्या में बुधवार को सेविकाएं रांची महाधरने के लिये रवाना हुई। ज्ञात हो कि 11 अक्तूबर को रांची के हुसैन पार्क में विभिन्न मांगों को लेकर सेविकाओं का महाधरना कार्यक्रम आहूत है। इसमें राज्यभर की सेविकाएं भाग ले रही हैं। पश्चिमी सिंहभूम की सेविकाएं भी इसी कार्यक्रम में भाग लेने के लिये रवाना हुई। इसमें पश्चिमी सिंहभूम जिले के सभी प्रखंडों से सेविका तथा सहायिकाएं शामिल हैं। झारखंड राज्य समाज कल्याण आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ की प्रदेश अध्यक्ष अनिता बिरुवा ने बताया कि पूरे जिलेभर से करीब 1100 से अधिक सेविका तथा सहायिकाएं इस महाधरने के लिये रवाना हुए हैं।
प्रत्येक आंगनबाड़ी केंद्र से सेविका तथा सहायिका में से कोई एक इसमें भाग ले रही है, ताकि आंगनबाड़ी केंद्र भी खुला रहे। सारी सेविकाएं अपनी अपनी सुविधानुसार रिजर्व चारपहिया वाहनों में तो क लोग निजी वाहनों से भी रवाना हुए हैं। अनिता बिरुवा ने बताया कि उनकी आठ सूत्री मांगें हैं जिनके वे महाधरने के दौरान सरकार के समक्ष रखेंगे। इन मांगों से पहले भी राज्य सरकार को अवगत कराया गया था, लेकिन नतीजा कुछ नहीं निकला तो फिर से हमसब आंदोलित हो गए।
प्रदेश अध्यक्ष अनिता बिरुवा ने बताया कि उनकी कई मांगें हैं। सेविकाओं की मांग है कि उन्हें तथा सहायिकाओं को पूर्ण सरकारी कर्मचारी का दर्जा दिया जाए। साथ ही सेविका को 24000 तथा सहायिका को 18000 रुपये मंथली सैलरी दिया जाए. सेविका को तृतीय तथा सहायिका को चतुर्थवर्गीय कर्मचारी के समान वेतनमान दिया जाए। सेवाशर्त नियमावली में सुधार किया जाए। अनिता बिरुवा ने बताया कि उनकी मांग है कि महंगाई भत्ता, चिकित्सा भत्ता, यात्रा भत्ता, ग्रैच्यूटी तथा ईपीएफ आदि का लाभ भी दिया जाए।
साथ ही प्रतिवर्ष सैलरी में 15 फीसदी की बढ़ोत्तरी की जाए। साथ ही सेवानिवृत्ति पर एकमुश्त 5 लाख रुपये देने की व्यवस्था तथा सेवानिवृत्ति की आयुसीमा 65 किया जाए. अनिता बिरुवा ने कहा कि ग्रीष्मावकाश की छुट्टी फिर से बहाल हो। आंगनबाड़ी पोषाहार संबंधी सर्वोच्च न्यायालय के आदेश को लागू किया जाए। उन्होंने कहा कि सेविकाओं को ब्रांडेड कंपनी की एंड्रॉयड मोबाईल रिचार्ज के साथ दिया जाए और पहले की तरह ही अब भी पोषाहार की राशि उनके बैंक खाते में भेजी जाए।
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